नई दिल्ली। सुनील गावस्कर ने ये खुलासा किया है कि उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज से पहले यशस्वी जायसवाल को फटकार लगाई थी और उनकी इस डांट का ऐसा असर हुआ कि यशस्वी ने इंग्लैंड के खिलाफ पांच टेस्ट की सीरीज में 2 दोहरे शतक की मदद से 700 से अधिक रन ठोके। गावस्कर की साउथ अफ्रीका दौरे पर यशस्वी से मुलाकात हुई थी। तब उन्होंने इस युवा बैटर को अच्छी शुरुआत के बाद अपना विकेट गंवाने को लेकर फटकार लगाई थी।
सुनील गावस्कर ने एक इंटरव्यू में यशस्वी को डांटने का किस्सा साझा किया। गावस्कर ने कहा कि मुझे खुशी है कि यशस्वी ने मेरी बात को सुना और अपनी बैटिंग में सुधार किया और इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में दो दोहरे शतक जमाए।
मैंने यशस्वी को डांटा था: गावस्कर
गावस्कर ने कहा, "यशस्वी को इतने सारे रन बनाते हुए और जिस तरह से उसने इंग्लैंड के गेंदबाजों की धुनाई की, ये देखकर बहुत अच्छा लगा। पिछले साउथ अफ्रीका दौरे पर मैं पहले टेस्ट के पहले दिन के खेल के दौरान मैं होटल की लिफ्ट में यशस्वी से मिला था। तब मैंने उन्हें वेस्टइंडीज दौरे पर अच्छी शुरुआत के बाद अपना विकेट गंवाने के लिए उन्हें हल्की फटकार लगाई थी। दरअसल, वेस्टइंडीज में यशस्वी एक टेस्ट में अर्धशतक जमाने के बाद खराब शॉट खेलकर आउट हो गए थे। इसपर ही गावस्कर ने उनसे कहा था कि कभी भी गेंदबाजों पर ऐसे शॉट खेलकर एहसान नहीं करें। शुक्र है कि उन्होंने मेरी बात सुनी और इंग्लैंड के खिलाफ दो दोहरे शतक जमाए।
'उम्मीद है कि वो आगे जाएंगे'
गावस्कर ने आगे कहा कि उन्हें उम्मीद है कि जायसवाल अपने करियर में बड़ी उपलब्धियां हासिल करेंगे। उसने तीन और अर्धशतक जमाए और वह भूल गया कि मैंने उसे वहां क्या कहा था। लेकिन अरे, जब कोई 20 साल का हो तो कौन किसी की बात सुनता है। मैंने भी नहीं सुनी। उम्मीद है, वह बड़े लक्ष्य हासिल करेगा और यह कभी नहीं भूलेगा कि वह जो कुछ भी हैं वो भारतीय क्रिकेट की वजह से है।
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यशस्वी ने इंग्लैंड के खिलाफ पांच टेस्ट की 9 पारियों में 712 रन ठोके थे। इसके साथ ही उन्होंने गावस्कर की उपलब्धि की बराबरी की और द्विपक्षीय टेस्ट श्रृंखला में 700 से अधिक रन बनाने वाले दूसरे भारतीय बल्लेबाज बने। उन्हें फरवरी महीने के लिए आईसीसी प्लेयर ऑफ द मंथ भी चुना गया है।