Yashasvi Jaiswal Century: भारत और इंग्लैंड के बीच राजकोट में तीसरा टेस्ट खेला जा रहा है। इस टेस्ट के तीसरे दिन शनिवार को भारत ने भले ही दूसरी पारी में रोहित शर्मा का विकेट जल्दी गंवा दिया, लेकिन यशस्वी जायसवाल और शुभमन गिल के बीच अच्छी साझेदारी हुई। यशस्वी शुरू में तो धीमा खेला। लेकिन, जैसे ही 30 रन के पार उनका स्कोर गया, तो उन्होंने गियर बदल लिए और महज 3 गेंद में 35 से 49 रन पर पहुंच गए।
यशस्वी ने मार्क वुड की गेंद पर चौका उड़ाकर अपना शतक पूरा किया। इसके लिए उन्होंने 122 गेंद खेली। इस दौरान यशस्वी ने 9 चौके और 5 छक्के उड़ाए। उन्होंने 80 गेंद में अर्धशतक पूरा किया और फिर 120 बॉल में शतक। ये यशस्वी के टेस्ट करियर का तीसरा शतक है। यशस्वी ने अपनी आखिरी 49 गेंदों में 65 रन बनाए। इस शतक से पहले यशस्वी ने वाइजैग टेस्ट में दोहरा शतक भी ठोका था।
यशस्वी जायसवाल ने इंग्लैंड के 'बैजबॉल' का जवाब 'जैसबॉल' से दिया। उन्होंने जेम्स एंडरसन के एक ओवर में लगातार तीन गेंदों पर तीन बाउंड्री उड़ाई और उनका स्कोर 35 से 49 रन पहुंच गया था। यशस्वी ने एंडरसन के ओवर की चौथी गेंद पर छक्का और इसके बाद पांचवीं और आखिरी गेंद पर दो चौके और लगाए। इसके अगले ओवर में भी यशस्वी ने ऐसी ही खुलकर शॉट्स खेले और टॉम हर्टले की गेंद पर छक्का मारकर अपने 50 रन पूरे किए और इसके साथ ही भारत के भी दूसरी पारी में 100 रन पूरे हुए थे।
अगली गेंद पर भी यशस्वी ने हवाई फायर किया और गेंद सीधा बाउंड्री के पार जाकर गिरी। इस बाएं हाथ के बैटर ने इंग्लैंड के खिलाफ मौजूदा टेस्ट सीरीज में 400 रन पूरे कर चुके हैं। इस सीरीज में सबसे अधिक रन भी यशस्वी के नाम ही हैं। इस सीरीज में सबसे अधिक छक्के भी उनके ही नाम हैं। एक समय यशस्वी जायसवाल 73 गेंद में 35 रन पर थे। लेकिन, इसके बाद उन्होंने इतने तूफानी अंदाज में बल्लेबाजी की कि वो 101 गेंद में 88 रन पर पहुंच गए। यानी यशस्वी ने 28 गेंद में 53 रन ठोक डाले थे।