बिहार में फिर ढह गया पुल: सीवान में गंडक नहर पर बना ब्रिज भरभराकर गिरा, दो गांव का आवागमन ठप

Bridge collapsed in Siwan
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Bridge collapsed in Siwan
Bridge collapsed in Siwan: बिहार में 5 दिनों में दूसरा पुल ढह गया। शनिवार सुबह सीवान के महाराजगंज अनुमंडल के पटेढ़ा और गरौली गांव के बीच गंडक नहर पर बना पुल टूट गया। एक पिलर के धंसते ही पुल भर-भराकर नहर में समा गया।

Bridge collapsed in Siwan: बिहार में पुलों के गिरने का सिलसिला थम नहीं रहा है। 5 दिनों में दूसरा पुल ढह गया। शनिवार सुबह महाराजगंज क्षेत्र में दरोंदा विधानसभा के बॉर्डर को जोड़ने वाला पुल ढेर हुआ है। गरौली गांव के बीच गंडक नहर पर बना पुल पिलर के धंसते ही भर-भराकर नहर में समा गया। पुल गिरते हुए का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। पुल के टूटने से दो गांव के बीच का आवागमन पूरी तरह से ठप हो गया है।

30 साल पहले गांव वालों ने बनवाया था पुल
30 साल पुराना पुल महाराजगंज क्षेत्र के पटेढी-गरौली को जोड़ता था। 30 फीट चौड़े पुल को ग्रामीणों ने चंदा जोड़कर गंडक नहर पर बनवाया था। नहर की सफाई के बाद सुबह पांच बजे पुल अचानक भरभराकर गिर गया। हादसे का वीडियो भी सामने आया है। वीडियो में दिख रहा है कि पिलर अपनी जगह से खिसकता है, धीरे-धीरे पुल धराशायी हो जाता है। पुल टूटने से दो गांव के बीच का आवागमन ठप हो गया है।

ग्रामीणों ने लगाया बड़ा आरोप
ग्रामीणों का कहना है कि विभाग ने नहर की सफाई कराई थी। नहर की मिट्टी काटकर बांध पर फेंकी गई थी। इस वजह से पुल का पिलर काफी कमजोर हो गया था, जिसके कारण टूट गया। ग्रामीणों का आरोप है कि नहर की सफाई के दौरान विभाग ने सुरक्षा मानकों का पालन नहीं किया, जिससे पुल के पिलर पर अतिरिक्त भार पड़ गया और यह हादसा हो गया।

किसी के हताहत की सूचना नहीं
घटना में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। आवागमन बाधित हो गया है। ग्रामीणों को असुविधा का सामना करना पड़ रहा है। बच्चों का स्कूल जाना, किसानों का खेतों तक पहुंचना और मरीजों का अस्पताल जाना भी मुश्किल हो गया है। ग्रामीणों का कहना है कि घटना के बाद से अभी तक कोई भी सरकारी अधिकारी स्थिति का जायजा लेने नहीं पहुंचा है।

पांच दिन पहले गिरा था पुल
बता दें कि 5 दिन पहले अररिया के सिकटी में बकरा नदी पर बना पुल उद्घाटन से पहले मंगलवार को नदी में समा गया था। पुल 31 करोड़ की लागत से बना था। पिछले 13 साल में यह पुल तीसरी बार बन रहा था।

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