Banka Suicide Case: बांका में कर्ज से परेशान परिवार ने खौफनाक कदम उठाया। शुक्रवार (15 नवंबर) की रात पूरे परिवार ने जहर खा लिया। सल्फास की गोलियां खाने से पति-पत्नी और एक बेटे की मौत हो गई। 2 बच्चों की हालत गंभीर है। दोनों का इलाज चल रहा है। एक ही परिवार में तीन लोगों से सनसनी फैल गई। घटना अमरपुर थाना क्षेत्र के बलुआ गांव की है। पुलिस मामले की जांच पड़ताल कर रही है। पुलिस का कहना है कि जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी।
जानें पूरा मामला
- जानकारी के मुताबिक, बलुआ निवासी कन्हाय महतो (39) की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी। दो-तीन प्राइवेट बैंक से ग्रुप लोन ले रखा था। पैसे की वसूली के लिए बैंक कर्मियों का आना-जाना होता है। इससे परेशान होकर कन्हाय महतो, उनकी पत्नी गीता देवी (35) और तीनों बच्चों ने शुक्रवार रात जहर खा लिया।
- सल्फास की गोली खाने से सभी हालत बिगड़ गई। पड़ोसियों ने सभी को अस्पताल पहुंचाया। इलाज के दौरान शनिवार की सुबह-सुबह परिवार के मुखिया कन्हैया महतो (40), उसकी पत्नी गीता देवी (35) और बेटे धीरज (12) की मौत हो गई। बेटी सरिता कुमारी (16) और छोटा बेटा राकेश कुमार (8) अस्पताल में भर्ती है।
किस्त वाले पापा को कर रहे थे परेशान
घटना की सूचना पर पुलिस पहुंची। अस्पताल में भर्ती बच्चों से पूछताछ की। बच्ची सरिता ने पुलिस को बताया कि किस्त वाले पैसे के लिए पापा को परेशान कर रहे थे। पापा ने बैंक ने लोन लिया था। मम्मी-पापा ने रात 2 बजे हम लोगों को टैबलेट खिला दी। छोटे भाई राकेश ने सल्फास की गोली खाने के बाद उसे उगल दी। फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच पड़ताल कर रही है। इसके बाद आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
16 ग्रुप से लिया था लोन
पुलिस की शुरुआती जांच में पता चला कि कन्हैया महतो ई-रिक्शा चलाकर परिवार का भरण-पोषण करता था। कन्हैया ने 16 ग्रुप से लोन लिया था। घर पर ही लोन समूह का ग्रुप लगता था। सभी ग्रुप से 35 हजार से लेकर 80 हजार तक के बीच लोन लिया था। किस्त के दबाव में परिवार वालों ने आत्मघाती कदम उठाया। .