SC-ST Reservation Protest: बुधवार, 21 अगस्त को देशभर में एससी-एसटी आरक्षण में क्रीमी लेयर पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ 21 संगठनों ने भारत बंद का आह्वान किया। चिराग पासवान की पार्टी LJPR के साथ कई अन्य राजनीतिक पार्टियों ने इस विरोध का समर्थन किया। बिहार की राजधानी पटना में भी बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन किया गया। इस प्रदर्शन के दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच तीखी झड़प हुई, जिसके बाद स्थिति को कंट्रोल करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज और वाटर कैनन का सहारा लिया। हालांकि, पुलिसवालों से इस दौरान एक बहुत बड़ी गलती हो गई। जिसके बाद से हर तरफ इसकी चर्चा हो रही है और सोशल मीडिया पर तेजी से वीडियो वायरल हो रहा है।
बिहार पुलिस से क्या हो गई गलती?
दरअसल, पटना में सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया। लेकिन इस दौरान एक पुलिसकर्मी के चपेट में एसडीएम साहब भी आ गए और उसने उनपर भी लाठी भांज दी। वैसे तो पुलिसवाले ने एसडीएम साहब पर गलती से लाठी चलाई, लेकिन सोशल मीडिया पर यह वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। जिसमें देखा जा सकता है कि सिविल ड्रेस में मौजूद SDM श्रीकांत खांडेकर पर एक पुलिसकर्मी लाठी चला रहा है।
एसडीएम को पहचान नहीं पाया पुलिसकर्मी
सिपाही ने भीड़ के बीच सादे कपड़े में मोजूद SDM श्रीकांत खांडेकर को पहचान नहीं पाया, जिससे उससे गलती हो गई है और उसने उनपर पर भी लाठी भांज दी। हालांकि, समय रहते वहां मौजूद अन्य पुलिसकर्मियों ने सिपाही को रोका और उनके बारे में जानकारी दी।
कौन हैं एसडीएम श्रीकांत खांडेकर?
श्रीकांत खांडेकर 2020 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी हैं और वह मूल रूप से महाराष्ट्र के सोलापुर जिले के मंगलवेढ़ा के बाबची गांव के रहने वाले हैं। खांडेकर ने अपने पहले ही प्रयास में यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा (UPSC Exam) पास की और आल इंडिया 33वीं रैंक प्राप्त की थी। उनके पिता अशिक्षित हैं, लेकिन उन्होंने श्रीकांत की पढ़ाई के लिए तीन एकड़ जमीन बेच दी थी।