दुनिया की सबसे महंगी खेती कर रहा बिहार का यह किसान, जानें क्या है यह और कैसे की जाती है?

बिहार के किसान अब केसर की खेती की ओर रुख कर रहे हैं। पहली बार गया जिले के गुलरिया चक गांव के किसान आशीष कुमार सिंह ने 3 किलो केसर के बीज अपने खेत में ट्रायल के रूप में लगाया है। आशीष ने बताया कि 300 बीज खेतों में लगाए थे। अब इसमें से फूल और पत्ती निकलने लगी है। उम्मीद है कि कम से कम 50 ग्राम केसर का उत्पादन होगा। बाजार में केसर की कीमत 3 से 4 लाख रुपए प्रति किलो है।
10 डिग्री तापमान में होती है खेती
किसान का कहना है कि खेतों में फसल को लगे एक महीना हो चुके हैं। अब इसमें फूल और पत्तियां निकलना शुरू हो गई है। इसकी खेती में लगभग 10 डिग्री तापमान की जरूरत होती है, जो दिसंबर और जनवरी के महीने में यहां के तापमान के लिए सूटेबल है।
मुख्यता जम्मू-काश्मीर में की जाती केसर की खेती
आशीष बताते हैं कि मुख्य रूप से केसर की खेती जम्मू और काश्मीर में की जाती है। लेकिन धीरे-धीरे बिहार के किसानों ने भी इसे करना शुरू कर दिया है। केसर के बीज खेतों में लगाया है। यह लगभग 3-4 महीने की खेती है।
हल्के बैंगनी रंग के होते हैं केसर के फूल
केसर के पौधों में जब फूल निकल आते हैं, तो इन फूलों को तोड़ लिया जाता है और फिर इन फूलों के अंदर पतले-पतले धागे जैसे पुंकेसर होते हैं। उसे चुना जाता है और सुखाया जाता है। केसर के फूल हल्के बैंगनी रंग के होते हैं। इनके अंदर पुंकेसर लाल या फिर केसरी रंग का होता है।
फायदा: बार-बार नहीं रोपने पड़ते केसर के बीज
केसर की खेती करने का एक फायदा यह है कि इसके बीज बार-बार नहीं रोपने पड़ते हैं। एक बार आपने बीच रोप दिए तो फिर कई वर्षों तक इसमें फूल लगते रहते हैं। फिर इसके बीच को जब किसान जमीन के अंदर से निकालता है, तो इसमें कई और बीज लगे होते हैं जो बिल्कुल लहसुन की तरह होते हैं।
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