Sharda Sinha Last Rite: बिहार की लोकगायिका शारदा सिन्हा अब हमारे बीच नहीं रहीं। छठ के पहले दिन मंगलवार(5 नवंबर) को दिल्ली के एम्स में उनका निधन हो गया। अपनी आवाज और लोकगीतों के लिए पहचानी जाने वाली शारदा सिन्हा के निधन से पूरे बिहार में शोक की लहर है। शारदा सिन्हा का छठ पर्व से गहरा नाता रहा है और उन्होंने इसी त्योहार के पहले दिन अंतिम सांस ली। शारदा सिन्हा बुधवार को दिल्ल एयरपोर्ट से पटना के लिए रवाना किया गया। पटना के गुलबी घाट पर शारदा सिन्हा का अंतिम संस्कार किया जाएगा। 



शारदा सिन्हा चाहने वाले उन्हें 'बिहार की सुरों की मल्लिका' कहते थे। शारदा सिन्हा का निधन उनके प्रशंसकों के लिए एक बड़ा झटका है, खासकर बिहार और पूर्वांचल क्षेत्र में लोग अपनी लोकप्रिय गायिका के निधन से बेहद दुखी हैं। शारदा सिन्हा की अंतिम यात्रा में उनके चाहने वाले, परिवार और संगीत जगत के लोग शामिल होंगे।

पटना लाया जा रहा पार्थिव शरीर
बुधवार सुबह शारदा सिन्हा का पार्थिव शरीर दिल्ली से पटना लाया जाएगा। इंडिगो फ्लाइट के जरिए उनके पार्थिव शरीर को पटना लाया जाएगा। दोपहर 12 बजे के बाद उनका पार्थिव शरीर अंतिम दर्शन के लिए उनके पटना वाले घर पर रखा जाएगा। अंतिम दर्शन के लिए उनके घर, परिवार, और चाहने वाले पहुंचेंगे ताकि अपनी प्रिय गायिका को श्रद्धांजलि दे सकें।

गुलबी घाट पर होगा अंतिम संस्कार
सूत्रों के अनुसार, शारदा सिन्हा का अंतिम संस्कार पटना के गुलबी घाट पर किया जाएगा। उनका यह अंतिम सफर उनके प्रशंसकों के लिए भावनात्मक होगा। मनोज तिवारी ने भी बताया कि शारदा जी का अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा। उनकी अंतिम यात्रा में बड़ी संख्या में लोग शामिल होने की संभावना है।

पीएम मोदी ने व्यक्त की संवेदनाएं
शारदा सिन्हा के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी गहरा दुख व्यक्त किया। उन्होंने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर लिखा, 'लोकगायिका शारदा सिन्हा जी के निधन से मैं दुखी हूं। उनके द्वारा गाए गए मैथिली और भोजपुरी लोकगीतों की गूंज हमेशा हमारे दिलों में रहेगी।' पीएम ने उनके परिवार और प्रशंसकों के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त कीं। इसके साथ ही कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी शारदा सिन्हा के निधन पर दुख जताया है। 

हाल ही में रिलीज हुआ था छठ गीत
शारदा सिन्हा ने अपने जीवनकाल में 62 छठ गीत गाए और 9 एल्बम बनाए। उनके गीत छठ पूजा का एक अभिन्न हिस्सा बन गए थे। खासकर उनके 'दुखवा मिटाइं छठी मइया' गीत को हाल ही में रिलीज किया गया था, जो यूट्यूब पर उनके आधिकारिक चैनल से रीलिज किया गया। उनके गीतों की ये विरासत हमेशा लोगों के बीच जीवित रहेगी।

संगीत जगत से जुड़े लोगों ने दी श्रद्धांजलि
शारदा सिन्हा के निधन के बाद संगीत जगत से जुड़े कई कलाकारों ने अपनी श्रद्धांजलि दी। असम की लोकगायिका कल्पना पटवारी ने भी उनका छठ गीत गाकर उन्हें श्रद्धांजलि दी। उनके चाहने वाले सोशल मीडिया पर उनके गाए गीतों को साझा कर रहे हैं और उनकी अनुपस्थिति को गहरे शोक के साथ महसूस कर रहे हैं।

बीमारी के चलते एम्स में भर्ती थीं
2018 में शारदा सिन्हा को मल्टीपल मायलोमा (एक प्रकार का ब्लड कैंसर) का पता चला था। इलाज के दौरान उन्हें 26 अक्टूबर को एम्स दिल्ली में भर्ती किया गया था। उनकी हालत बिगड़ने के बाद उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था। उनके बेटे अंशुमन ने प्रशंसकों से उनकी सेहत के लिए दुआएं मांगने की अपील की थी।