Bihar Political Crisis: नीतीश कुमार ने आज आखिरकार महागठबंध से अलग हो गए और राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंप दिया। उन्होंने इस्तीफे का कारण राजद और इंडिया गठबंधन के रवैये को ठहराया है। अब, भारतीय जनता पार्टी के नेताओं के भी सूर बदलने लगे हैं। कल तक नीतीश कुमार की सरकार को उखाड़ फेंकने की हुंकार भरने वाले BJP नेता अब एक बार फिर नीतीश कुमार को कुर्सी सौंपने के लिए तैयार हो गए। भाजपा नेता अजय आलोक ने कहा है कि बिहार को जंगल राज के सहारे नहीं छोड़ सकते।
भाजपा नेता अजय आलोक ने राजद पर साधा निशाना
न्यूज एजेंसी ANI से बात करते हुए भाजपा नेता और राष्ट्रीय प्रवक्ता अजय आलोक ने कहा, "हम बिहार में सबसे बड़ी पार्टी हैं। हम बिहार में बदलती राजनीतिक स्थिति से वाकिफ हैं। जब अपनी जिम्मेदारियों के निर्वहन की बात आएगी तो हम एक कदम भी पीछे नहीं हटेंगे। हम बिहार को 'जंगल राज' के हवाले नहीं छोड़ सकते।''
नीतीश ने दिया इस्तीफा
नीतीश कुमार ने मीडिया से बात करते हुए बोला हमने इस्तीफा दे दिया है। कहा जा रहा है कि BJP राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की उपस्थिती में आज ही नीतीश कुमार एक बार फिर मुख्यमंत्री पद की शपथ ले सकते हैं। दूसरी तरफ, ये तय हो गया है कि भाजपा के दो उपमुख्यमंत्री होंगे। इसमें सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा का नाम शामिल है।
किन पार्टियों के पास कितने विधायक
बता दें कि, बिहार में कुल विधानसभा की सीटें 243 है। इसमें राजद 79 विधायकों के साथ राज्य की सबसे बड़ी पार्टी है। इसके बाद भाजपा के 78 विधायक, जद (यू) के 45, कांग्रेस के 19, सीपीआई (एम-एल) के 12, सीपीआई (एम) और सीपीआई के 2-2 और जीतन राम मांझी की पार्टी हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (सेक्युलर) के 4 विधायक हैं। अन्य दो सीटों में AIMIM के पास 1 जबकि एक अन्य निर्दलीय है।