Bihar Politics: बिहार की राजनीति एक बार फिर गरमा गई जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी विधान परिषद में आमने-सामने आ गए। बिहार में बढ़ते अपराध को लेकर विपक्ष ने सदन में हंगामा किया, जिस पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पलटवार करते हुए लालू प्रसाद यादव के शासनकाल को निशाने पर लिया।
अपराध को लेकर सत्ता और विपक्ष में टकराव
विपक्ष ने बिहार में बढ़ती हत्या, बलात्कार और चोरी की घटनाओं पर सरकार को घेरा। राबड़ी देवी ने आरोप लगाया कि लॉ एंड ऑर्डर पूरी तरह से फेल हो चुका है और सरकार सिर्फ कागजों पर चल रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि होली पर भी कई हत्याएं हुईं लेकिन सरकार ने कोई ठोस कार्रवाई नहीं की।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया दी और राबड़ी देवी की ओर इशारा करते हुए कहा कि उनके पति लालू प्रसाद यादव के शासन में बिहार की स्थिति और भी खराब थी। उन्होंने कहा कि हमारे शासन में अपराधियों को सजा मिलती है, जबकि पहले ऐसा नहीं था।
राबड़ी देवी ने किया पलटवार
राबड़ी देवी ने नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि बिहार में जंगलराज वापस आ गया है और अपराध चरम पर है। उन्होंने संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी पर भी सवाल उठाए और अशोक चौधरी पर भ्रष्टाचार और फिरौती लेने का आरोप लगाया। इस मुद्दे पर राबड़ी देवी और अशोक चौधरी के बीच सदन में तीखी नोकझोंक भी देखने को मिली।
सदन में मोबाइल फोन के इस्तेमाल पर बिफरे नीतीश कुमार
इसके अलावा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार विधानसभा में मोबाइल फोन के उपयोग पर कड़ा रुख अपनाया। उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष नंद किशोर यादव से सदन में मोबाइल फोन पर प्रतिबंध लगाने की मांग की। उन्होंने यह तक कह दिया कि मोबाइल फोन के अत्यधिक उपयोग से 10 साल में दुनिया खत्म हो जाएगी।
आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया दी और नीतीश कुमार को रूढ़िवादी और आउटडेटेड मुख्यमंत्री करार दिया। उन्होंने अपने X (पूर्व में ट्विटर) हैंडल पर लिखा कि बिहार के मुख्यमंत्री तकनीक विरोधी हैं और युवा, छात्र और महिला विरोधी भी।