Bihar Political Crisis: बिहार की राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज है। कहा जा रहा है कि नीतीश कुमार आज (28 जनवरी) अपना इस्तीफा राज्यपाल को सौंप सकते हैं और संभावना है कि नीतीश आज ही 9 वीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ले सकते हैं। इस बीच बिहार में तोल-मोल की राजनीति भी शुरू हो गई है। सूत्रों का कहना है कि पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी की पार्टी और NDA के सहयोगी हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा-सेक्युलर (HAM-S) ने दो मंत्री पद की मांग रखी है। दूसरी तरफ राजद ने जीतन मांझी को मुख्यमंत्री पद ऑफर किया है।
मांझी की पार्टी ने NDA से मांगे 2 मंत्री पद
रविवार (28 जनवरी) को बिहार में NDA के समर्थन से नीतीश कुमार द्वारा नई सरकार बनाने की उम्मीद के बीच, पूर्व सीएम जीतन राम मांझी के नेतृत्व वाले हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा-सेक्युलर (एचएएम-एस) ने शनिवार को अपनी पार्टी के लिए दो कैबिनेट मंत्री पदों की मांग की। जीतन राम मांझी के घर के बाहर पोस्टर लगाए गए हैं जिसमें लिखा है- 'बिहार में बहार है, बिना मांझी सब बेकार है।' 4 विधायकों वाले जीतन राम मांझी के दोनों हाथ में लड्डू है और यही वजह है कि मांझी अपनी शर्तों पर काम कराना चाहते हैं।
लालू यादव ने किया मुख्यमंत्री पद ऑफर
बताया जा रहा है कि जीतन राम मांझी की पार्टी को लालू यादव की ओर से भी प्रलोभन दिया जा रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो राजद की ओर से मांझी को मुख्यमंत्री पद ऑफर किया गया है। हालांकि, पूर्व मुख्यमंत्री ने साफ कर दिया है कि वे एनडीए के साथ हैं। लेकिन, राजनीति में किसी की भी बात का भरोसा नहीं है। कब कहां पलटी मार जाए। इसका सटीक उदाहरण खुद नीतीश कुमार हैं।