Heatwave in Bihar: बिहार में भीषण गर्मी से लोग बेहाल हैं। गर्मी के कहर ने 12 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। पारा 48 डिग्री को पार कर गया है। 9 जिलों में बुधवार को गर्मी से स्कूलों में 80 से ज्यादा बच्चे बेहोश हुए हैं। बच्चों का अलग-अलग अस्पतालों में इलाज चल रहा है। जिन जिलों में बच्चे बीमार हुए हैं वहां का तापमान 40 डिग्री के पार है। शेखपुरा में 50 तो बेगूसराय में 18 बच्चे गर्मी से बेहोश हो गए।
शेखपुरा में अधिकतम तापमान 42.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। भीषण गर्मी को देखते हुए राज्य मौसम विभाग की ओर से हीटवेव एडवाइजरी जारी किया गया है।
बच्चों के बेहोश होने का वीडियो आया सामने
समाचार एजेंसी एएनआई द्वारा साझा किए गए एक वीडियो में दिखाया गया है कि स्कूल के छात्र अत्यधिक थके हुए और कमजोर दिखाई दे रहे थे। शिक्षकों ने उन्हें पानी पिलाने और पंखे झलने में मदद की। इसके बाद छात्रों को अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्हें सलाइन इंजेक्शन दिए गए।
इन जिलों के बच्चे हुए बीमार
बिहार के सरकारी स्कूलों में 15 अप्रैल से 15 मई तक गर्मी की छुट्टी थी। छुट्टी खत्म होने के बाद सुबह 6 से 12 बजे तक स्कूल संचालित हो रहे हैं। जिन जिलों में बच्चे बेहोश हुए हैं, वहां का तापमान 47 डिग्री तक है। बेगूसराय में 41 डिग्री पारा दर्ज किया गया। शेखपुरा 47, सीवान 42, भागलपुर 40, मुंगेर 40, जमुई 40, बांका 43 और कटिहार में 37 डिग्री पारा रहा।
डिहाइड्रेशन से बचने की दी गई सलाह
समाचार एजेंसी पीटीआई द्वारा साझा किए गए एक अन्य वीडियो में, अस्पताल के अधिकारी बच्चों की स्वास्थ्य स्थिति की जांच करते हुए दिखाई दे रहे हैं, जबकि उनके माता-पिता पास में खड़े थे। मौजूदा भीषण गर्मी के कारण, माता-पिता को निर्देश दिया गया है कि वे सुनिश्चित करें कि उनके बच्चे पर्याप्त पानी पिएं और डिहाइड्रेशन रोकने के लिए ओआरएस का सेवन करें।
छात्रों को करना पड़ रहा मुश्किलो का सामना
शेखपुरा सदर अस्पताल के रजनीकांत कुमार ने एएनआई को बताया, "बढ़ते तापमान के कारण छात्रों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। यहां भर्ती छात्रों की हालत अब स्थिर है।" उन्होंने सलाह दी कि छात्रों को हर समय हाइड्रेटेड रहना चाहिए और जितना संभव हो उतना पानी पीना चाहिए। उन्हें गर्मी में बाहर नहीं निकलने की सलाह भी दी गई है। सभी छात्रों को पानी की बोतलें साथ रखने की भी सलाह दी गई है।
औरंगाबाद में सबसे ज्यादा गर्मी रिकॉर्ड
बिहार में भीषण गर्मी का प्रकोप जारी है, जैसा कि उत्तर भारत के अन्य हिस्सों में भी हो रहा है। मंगलवार को राज्य के नौ स्थानों पर दिन का तापमान 44 डिग्री सेल्सियस को पार कर गया। पटना में आईएमडी कार्यालय के वैज्ञानिक आशीष कुमार के अनुसार, औरंगाबाद में सबसे अधिक तापमान 47.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो इस मौसम का सबसे अधिक तापमान है।
अगले तीन से चार दिनों तक रहेगी भीषण गर्मी
भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) का अनुमान है कि अगले तीन से चार दिनों तक पूरे राज्य में भीषण गर्मी बनी रहेगी। कई स्थानों पर तापमान 44 डिग्री सेल्सियस से अधिक रहा, जिसमें औरंगाबाद (47.7 डिग्री सेल्सियस), डेहरी (47 डिग्री सेल्सियस), अरवल (46.9 डिग्री सेल्सियस), गया (46.8 डिग्री सेल्सियस), रोहतास के बिक्रमगंज (46.5 डिग्री सेल्सियस), बक्सर (46.4 डिग्री सेल्सियस), भोजपुर (45.6 डिग्री सेल्सियस), नवादा (45.4 डिग्री सेल्सियस) और राजगीर (44.1 डिग्री सेल्सियस) शामिल हैं।
कई जिलों में तापमान 20 डिसे के पार
गया में मंगलवार को पिछले 11 वर्षों में सबसे अधिक तापमान 46.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वैशाली (43.9 डिग्री सेल्सियस), शेखपुरा (42.9 डिग्री सेल्सियस), पटना (42.8 डिग्री सेल्सियस), मुंगेर (42.6 डिग्री सेल्सियस), जमुई (42.5 डिग्री सेल्सियस), सीवान (42 डिग्री सेल्सियस) और सारण (41 डिग्री सेल्सियस) सहित अन्य जिलों में भी लू की स्थिति देखी गई। बिहार आपदा प्रबंधन विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, "लोगों को गर्मी से बचने, ठंडक बनाए रखने और निर्जलीकरण से बचने की सलाह दी गई है।