Chhapra Advocate murder: बिहार के सारण जिले के छपरा में बुधवार 12 जून की सुबह सिविल कोर्ट के वकील पिता-पुत्र की हत्या कर दी गई। मुफस्सिल थाना क्षेत्र के मेथवलिया इलाके में सुबह-सुबह गोलियों की आवाज से हड़कंप मच गया। अपराधियों ने राम अयोध्या प्रसाद यादव और उनके पुत्र सुनील कुमार राय की गोली मारकर हत्या कर दी। घटना के बाद पूरे इलाके में दहशत फैल गई है।

कोर्ट जाने के दौरान हुई हत्या
राम अयोध्या प्रसाद यादव और उनके बेटे सुनील कुमार राय एक ही बाइक पर सवार होकर छपरा सिविल कोर्ट जा रहे थे। जब वे मेथवलिया के दुधई पुल के पास पहुंचे, तब घात लगाए अपराधियों ने उन पर फायरिंग शुरू कर दी। गोली लगने से दोनों बाइक से गिर पड़े और घटनास्थल पर ही उनकी मौत हो गई। स्थानीय लोग गोली की आवाज सुनने के बाद सबसे पहले घटना स्थल पर पहुंचे और पुलिस को सूचना दी। 

घटना से वकीलों में आक्रोश
घटना की सूचना मिलते ही मुफस्सिल थाना पुलिस और वरीय अधिकारी मौके पर पहुंचे और जांच शुरू कर दी। पुलिस ने दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए छपरा सदर अस्पताल भेज दिया है। इस घटना से इलाके में भय और आक्रोश का माहौल है। छपरा सिविल कोर्ट के अधिवक्ताओं ने छपरा सदर अस्पताल पहुंचकर अपराधियों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी की मांग की है।

जमीन विवाद में की गई हत्या
सारण के एसपी आशीष कुमार ने बताया कि जमीन विवाद के चलते दो लोगों की हत्या की गई है। पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और बाकी लोगों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। अधिवक्ता कृष्ण कुंवर सिंह ने कहा, "आज सुबह जब वकील और उनके बेटे कोर्ट आ रहे थे, तो बदमाशों ने उन पर हमला कर दिया और उनकी हत्या कर दी। कोर्ट के सभी कर्मचारी विरोध कर रहे हैं।"

पुलिस ने इलाके में बढ़ाई सुरक्षा
पुलिस ने घटनास्थल से सबूत जुटाने के साथ-साथ इलाके में सुरक्षा बढ़ा दी है। पुलिस टीम सक्रिय रूप से अपराधियों की तलाश में जुटी हुई है। इस घटना के बाद छपरा में सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत किया जा रहा है ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके। छपरा में हुई इस दिल दहला देने वाली घटना ने पूरे राज्य को हिला कर रख दिया है। पुलिस और प्रशासन की तत्परता और अपराधियों की जल्द गिरफ्तारी ही इस मामले में न्याय दिला सकती है।