बिहार: भागलपुर के नौगछिया इलाके के इस्माइलपुर बिंद टोली के ध्वस्त तटबंध का निरीक्षण करने गए चीफ इंजीनियर अनवर जमील गंगा नदी में बह गए। हालांकि, इस खतरनाक हादसे के बाद एनडीआरएफ की टीम ने तत्परता दिखाते हुए उन्हें सुरक्षित बाहर निकाला। घटना के बाद से पूरे जिले में हड़कंप मच गया है और यह घटना चर्चा का विषय बनी हुई है।
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, शनिवार, 24 अगस्त को कटिहार के फ्लड फाइटिंग डिवीजन के चीफ इंजीनियर अनवर जमील भागलपुर के नौगछिया इलाके के इस्माइलपुर बिंद टोली के ध्वस्त तटबंध का निरीक्षण करने पहुंचे थे। उसी दौरान उनके साथ खतरनाक हादसा हो गया। एनडीआरएफ की टीम के साथ स्पेयर संख्या 9 पर हो रहे कटाव का जायजा लेने पहुंचे इंजीनियर का संतुलन बिगड़ गया। जिससे वह गंगा नदी में गिर गए और बहने लगे।
एनडीआरएफ की तत्परता ने इंजीनियर की बचाई जान
यह घटना इतनी अचानक हुई कि वहां मौजूद सभी लोग सकते में आ गए। लेकिन एनडीआरएफ की टीम तत्परता दिखाते हुए उन्हें पानी से सुरक्षित बाहर निकाला। बताया जा रहा है कि चीफ इंजीनियर को तैरना नहीं आता था, लेकिन उन्होंने लाइफ जैकेट पहनी हुई थी, जिससे उनकी जान बचाई जा सकी।
इंजीनियर ने दी पूरी घटना की जानकारी
चीफ इंजीनियर अनवर जमील ने घटना के बारे में बताया कि उन्हें स्पेयर संख्या 9 के पास कटाव की स्थिति की जानकारी मिली थी, जिसके बाद वे अपनी टीम के साथ वहां मुआयना करने गए थे। उन्होंने कहा, "गंगा नदी की धारा बहुत तेज थी, जिससे नाव मोड़ते समय मैं नदी में गिर गया। उस वक्त लगा कि शायद अब बचना मुश्किल है, लेकिन एनडीआरएफ की टीम ने तुरंत रेस्क्यू कर मुझे बचा लिया।"
घटना से जिले में हड़कंप
इस हादसे के बाद पूरे जिले में हड़कंप मच गया है। अनवर जमील की जान बाल-बाल बचने के बाद प्रशासन ने राहत की सांस ली। इस घटना ने जिले में फ्लड फाइटिंग के काम के दौरान होने वाले खतरों को भी उजागर किया है।