Bihar: बिहार में लोकसभा चुनाव से पहले महागठबंधन को बड़ा झटका लगा है। कांग्रेस के दो विधायक और राजद के एक विधायक ने भाजपा का दामन थाम लिया है। इन विधायकों में कांग्रेस के मुरारी प्रसाद गौतम और सिद्धार्थ सौरव, जबकि राजद विधायक संगीता कुमारी का नाम शामिल है। कहा जा रहा है कि उपमुख्यमंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता सम्राट चौधरी ने तीनों विधायकों को एक साथ लाने में अहम भूमिका निभाई।
भाजपा में शामिल होने वाले नेता इस क्षेत्र से हैं विधायक
कांग्रेस विधायक और बिहार के पूर्व मंत्री मुरारी प्रसाद गौतम विधानसभा क्षेत्र चेनारी से आते हैं। सिद्धार्थ सौरव विक्रम विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं और राजद की संगीता देवी मोहनिया विधानसभा सीट से आती हैं।
पिछले महीने नीतीश कुमार के 'महागठबंधन' से बाहर निकलने और एनडीए के पाले में लौटने के परिणामस्वरूप मुरारी गौतम ने अपना मंत्रिमंडल खो दिया था, जबकि समाचार एजेंसी PTI के अनुसार, सिद्धार्थ सिंह कांग्रेस नेतृत्व के रवैये से नाराज चल रहे थे। तीनों विधायक मंगलवार (27 फरवरी) को भाजपा प्रदेश अध्यक्ष और उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी के साथ बिहार विधानसभा पहुंचे।
तीनों विधायकों को मिल सकती है बड़ी जिम्मेदारी
माना जा रहा है कि राजद छोड़ भाजपा में शामिल हुए तीनों विधायकों को पार्टी में बड़ी जिम्मेदारी मिल सकती है। साथ ही मुरारी गौतम फिर से मंत्रिमंडल में शामिल हो सकते हैं।
फ्लोर टेस्ट के दौरान भी RJD को लगा था झटका
इससे पहले बिहार में फ्लोर टेस्ट के दौरान भी राजद के राजद के साथ खेला हो गया था। राजद के तीन विधायकों ने बीच सदन पाला बदल लिया था। इन तीनों विधायकों में मोकामा के पूर्व विधायक अनंत सिंह की पत्नी नीलम देवी, सूर्यगढ़ा के विधायक प्रहलाद यादव और चेतन आनंद का शामिल है। ये सभी एनडीए गठबंधन का साथ दिया था।
12 फरवरी को नीतीश कुमार ने हासिल किया था विश्वास मत
राजद के तीन विधायकों के सहयोग से बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन सरकार ने 12 फरवरी को विश्वास मत जीत लिया, जिसमें 129 विधायकों ने प्रस्ताव के पक्ष में मतदान किया। अब तक, एनडीए, जिसमें जेडी (यू), बीजेपी, पूर्व सीएम जीतन राम मांझी की हम और एक निर्दलीय शामिल हैं। बिहार में विधानसभा सभा की कुल सीटें 243 है।