प्रधानमंत्री पद के लिए विपक्षी दलों में रार, कांग्रेस अध्यक्ष खरगे के नाम पर राजद भी राजी 

Tejasvi yadav and mallikarjun kharge
X
इंडिया गठबंधन के नेता नीतीश कुमार व तेजस्वी यादव कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे व राहुल गांधी के साथ
प्रधानमंत्री के पद कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के नाम पर सहयोगी दल राजद भी सहमत है। बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा, कहीं किसी की कोई नाराज़गी नहीं है।

पटना। लोकसभा चुनाव के लिए विपक्षी गठबंधन INDIA की ओर से प्रधानमंत्री पद दावेदार के तौर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के नाम पर राष्ट्रीय जनता दल भी सहमत दिख रही। प्रधानमंत्री पद के लिए मल्लिकार्जुन खरगे का नाम कांग्रेस की ओर से सुझाया गया था।

इंडिया गठबंधन की बैठक में कांग्रेस द्वारा प्रस्तावित मल्लिकार्जुन खरगे के नाम पर राष्ट्रीय जनता दल के नेता व बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा, कहीं किसी की कोई नाराज़गी नहीं है। बैठक में तय हुआ है कि जल्द से जल्द सीट शेयरिंग कर लेनी चाहिए। जल्द से जल्द विपक्षी दलों की रैली होंगी।

लालू बढ़ाया था नीतीश का नाम
इंडिया गठबंधन बनाने में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अहम भूमिका निभाई है। कांग्रेस सहित देशभर में जाकर विपक्षी दलों के नेताओं से मिले और गठबंधन की रूपरेखा तय की थी। तब बिहार सरकार में उनकी सबसे बड़ी सहयोगी पार्टी राजद के अध्यक्ष लालू यादव ने उन्हें मजबूती थी।

राहुल गांधी ने किया आश्वस्त
लालू की रणनीति व नीतीश की मेहनत से गठबंधन का स्वरूप तय हो गया, लेकिन प्रधानमंत्री पद खरगे का नाम आगे आने के बाद नीतीश बैकफुट पर नजर आ रहे हैं। हालांकि, कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने आश्वस्त किया है कि नीतीश कुमार को बड़ी भूमिका में सौंपी जाएगी।

जेडूयू विधायक बोले खरगे को कोई नहीं जानता
जनता दल यूनाइटेड के विधायक गोपाल मंडल ने तेजस्वी के बयान पर प्रतिक्रया दी है। कहा प्रधानमंत्री तो नीतीश कुमार ही बनेंगे। खरगे फरगे को कोई नहीं जानता। मुख्य मुख्य नेता भले जानते हों, लेकिन पब्लिक नहीं मानेगी।
सुशील मोदी बोले-तेजस्वी ने क्यों नहीं बढ़ाया नीतीश का नाम
बीजेपी सांसद सुशील कुमार मोदी ने कहा, आज जो (तेजस्वी यादव) लिट्टी चोखा खाने गए हैं तो उन्होंने (तेजस्वी यादव) ने INDIA गठबंधन की बैठक में नीतीश कुमार का नाम PM उम्मीदवार के रूप में प्रस्तावित क्यों नहीं किया?...बल्कि खरगे साहब का नाम PM उम्मीदवार के रूप में प्रस्तावित किया गया है। ये लोग कह रहे हैं कि 31 दिसंबर तक सीट शेयरिंग हो जाएगी। ये जनवरी के अंत तक भी सीट शेयरिंग नहीं कर पाएंगे। न कोई रैली का डेट तय हुआ है न कोई घोषणा पत्र बनाने के लिए कमेटी बनी है।
हिम्मत है तो मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ें ममता
पश्चिम बंगाल की भाजपा विधायक अग्निमित्रा पॉल ने कहा, सीट शेयरिंग से पहले ममता बनर्जी में अगर हिम्मत हो तो वाराणसी से प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ वे चुनावी मैदान में उतरें। साथ ही अधीर रंजन चौधरी को प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में ताला लगा देना चाहिए और TMCके ऑफिस में जाकर बैठ जाना चाहिए, क्योंकि उनलोगों का कोई अस्तित्व ही नहीं है।
WhatsApp Button व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें WhatsApp Logo
Next Story