JDU MLA FIR: बिहार में सियासी गहमा-गहमी थमने का नाम नहीं ले रही। नीतीश की पार्टी जेडीयू के विधायक ने अपनी ही पार्टी के एक एमएलए के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। एफआईआर में जेडीयू विधायक सुधांशु शेखर ने अपनी ही पार्टी के विधायक संजीव कुमार के खिलाफ 'खरीद-फरोख्त' में शामिल होने का आरोप लगाया। शेखर ने शिकायत में कहा है कि संजीव कुमार ने उन्हें एनडीए के खिलाफ माहौल बनाने के लिए कहा था। इसके लिए 10 करोड़ रुपए और मंत्री पद ऑफर किया था।
पटना कोतवाली थाने में दर्ज कराई गई शिकायत
सुंधाशु शेखर की ओर से पटना कोतवाली थाने में एफआईआर दर्ज करवाई गई है। मधुबनी जिले की हरलाखी सीट से विधायक सुंधाशु शेखर ने आरोप लगाया है कि विश्वास मत से पहले उन्हें एनडीए से तोड़ने की कोशिश की गई। महागठबंधन में शामिल होने का ऑफर दिया गया। हालांकि विधायक ने तीन दिन पहले ही शिकायत दर्ज कराई, लेकिन मामला अब निकलकर सामने आया है। सुंधाशु शेखर की शिकायत पर विधायक संजीव कुमार के खिलाफ आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।
#WATCH | Patna, Bihar: JDU MLA Sudhanshu Shekhar says, "I am loyal towards my leader...I have given all the details in the FIR... I am under no pressure... I got a huge offer... I was offered a ministry and Rs. 5 crore... I received a call through the Internet. They wanted to… pic.twitter.com/Qaxp1rdf4Y
— ANI (@ANI) February 14, 2024
फ्लोर टेस्ट से पहले लापता हो गए थे कई विधायक
बिहार विधानसभा में दो दिन पहले नीतीश कुमार की अगुवाई वाली एनडीए सरकार का फ्लोर टेस्ट हुआ। नीतीश कुमार ने विश्वास मत जीत लिया। एनडीए सरकार के समर्थन में 129 विधायकों ने वोटिंग की। हालांकि, इस फ्लोर टेस्ट से पहले जेडीयू और बीजेपी के कई विधायक लापता हो गए। सदन में भी नहीं पहुंचे। बीजेपी के तीन विधायक सदन में मौजूद नहीं पहुंचे। इनमें मिश्रीलाल यादव, भागीरथी देवी और रश्मि वर्मा शामिल थे। वहीं, जेडीयू विधायक बीमा भारती और दिलीप राय विधानसभा नहीं पहुंचे थे।
जेडीयू विधायक संजीव कुमार को पुलिस ने खोजा
जेडीयू विधायक संजीव कुमार भी फ्लोर टेस्ट से पहले लापता हो गए थे। उनका कोई पता नहीं चल पा रहा था। ऐसे में पूरा एनडीए खेमा टेंशन में आ गया था आखिर कहां गए। आखिरकार फ्लोर टेस्ट से पहले लापता हुए जेडीयू विधायक संजीव कुमार का पुलिस ने पता लगा लिया। उन्हें झारखंड से लौटते वक्त पुलिस ने रोक लिया। नवादा पुलिस की निगरानी में उन्हें पटना लाया गया। पटना पहुंचने पर संजीव कुमार ने कहा था मेरे नाराज होने की जुड़ी खबरें सही नहीं है। हम कोई गाय-भैंस नहीं है जो कोई भी हमें रोककर रखेगा।