Bihar News: मुजफ्फरपुर जिले में 73.76 करोड़ के निवेश से 18 नई फैक्ट्रियां स्थापित की जाएंगी। इससे करीब 10,000 लोगों को रोजगार मिलने का अनुमान है। बिहार राज्य निवेश प्रोत्साहन बोर्ड ने डेढ़ दर्जन से अधिक नई औद्योगिक इकाइयों को मंजूरी दी है। इन फैक्ट्रियों का निर्माण बेला और मोतीपुर औद्योगिक क्षेत्र सहित अन्य स्थानों पर किया जाएगा।

नई फैक्ट्रियों के प्रमुख उत्पाद
फैक्ट्रियों में मुर्गी दाना, पीवीसी पाइप, आलमारी, टेक्सटाइल और सफेद ईंट जैसे उत्पाद बनाए जाएंगे। विकास आयुक्त प्रत्यय अमृत की अध्यक्षता में गत दिनों पटना में राज्य निवेश प्रोत्साहन बोर्ड (Bihar State Investment Promotion Board) की बैठक हुई। जिसमें औद्योगिक क्षेत्रों के प्रस्तावों पर विस्तार से चर्चा कर 18 औद्योगिक प्रस्ताव मंजूरी किए गए।

कहां कौन सी फैक्ट्री खुलेगी? 

  • बोचहां में मिनरल वाटर की इकाई लगाई जाएगी।
  • कांटी में सफेद ईंट (व्हाइट ब्रिक्स) की इकाई स्थापित की जाएगी।
  • मोतीपुर औद्योगिक क्षेत्र में 8.93 करोड़ रुपये से मुर्गी दाना की इकाई लगेगी।
  • पताही में 1.28 करोड़ रुपए से स्टील की अलमारी की इकाई स्थापित होगी।
  • गाय घाट के मैथी में 8.47 करोड़ की लागत से वेयर हाउस का निर्माण होगा।
  • बोचहां के मझौली में 1.83 करोड़ से वेयर हाउस और अहियापुर के भिखनपुर में 3.85 करोड़ से वेयर हाउस का निर्माण होगा।
  • मड़वन में 7.38 करोड़ से पैकेजिंग इकाई, कांटी के रसूलपुर में 7 करोड़ से व्हाइट ब्रिक्स इकाई और बोचहां में 5.30 करोड़ से मिनरल वाटर की इकाई खुलेगी।

आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा
नई फैक्ट्रियां खुलने से मुजफ्फरपुर में आर्थिक गतिविधियों को नई दिशा मिलेगी। साथ ही  इन्फ्रास्ट्रक्चर डेलवपमेंट के काम होंगे। इससे रोजगार के नए अवसर उत्पन्न होंगे। फैक्ट्रियों से करीब 10,000 लोगों को रोजगार मिलने का अनुमान है। 

ग्रामीण इलाकों में निवेश
बेला और मोतीपुर औद्योगिक क्षेत्र में जमीन की कमी है। जिस कारण निवेशक ग्रामीण इलाकों में फैक्ट्रियां स्थापित कर रहे हैं। ग्रामीणों को इससे घर के पास ही रोजगार मिल सकेगा। स्थानीय अर्थव्यवस्था भी मजबूत होगी। 

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जीवन स्तर में होगा सुधार  
मुजफ्फरपुर जिले में इन विकास योजनाओं से औद्योगिकीकरण के साथ विकास और रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे। साथ ही स्थानीय लोगों का जीवन स्तर सुधरेगा।