Bihar Politics: बिहार और देश की राजनीति में नीतीश कुमार एक ऐसा नाम है, जो हमेशा सुर्खियों में रहता है। नीतीश कुमार वर्तमान में बिहार में भाजपा के साथ मिलकर सरकार चला रहे हैं और खुद मुख्यमंत्री के पद पर कायम हैं। लेकिन तेजस्वी यादव के साथ हालिया मुलाकात के बाद एक बार फिर नीतीश कुमार के पाला बदलने की खबरें चर्चा में थी। हालांकि, शुक्रवार, 6 सितंबर को पटना पहुंचे बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के सामने नीतीश कुमार ने एक बार फिर भरे मंच से साथ रहने का भरोसा दिया।
सीएम नीतीश ने एनडीए में बने रहने का दिया भरोसा
दरअसल, शुक्रवार को बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा कई कार्यक्रमों में शामिल होने पटना पहुंचे। नड्डा ने सीएम नीतीश और भाजपा नेताओं से भी मुलाकात की। एक सभा के दौरान नीतीश कुमार ने मंच से ही जेपी नड्डा के सामने अपने कार्यों का गुणगान करने लगे और भाजपा के साथ रहने का भरोसा दिया।
#WATCH पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा, "जब हमारी सरकार 2005 में आई थी तब स्वास्थ्य क्षेत्र की हालत बहुत खराब थी। सरकारी अस्पतालों में डॉक्टरों, दवा और अन्य सुविधाओं की कमी थी... 2006 से अस्पतालों में मरीजों को मुफ्त दवा देने की शुरुआत की गई... पहले की सरकार क्या… pic.twitter.com/w8YMDOI6lu
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 6, 2024
नीतीश कुमार ने कहा, ''वो लोग (लालू यादव की राजद पार्टी) कोई काम किया है। जो भी काम किया है हमलोगों (भाजपा और जदयू) ने किया है। दो बार हम उन लोगों के साथ चले गए, गलती हो गई। लेकिन अब आप जान लीजिए हम इधर-उधर नहीं होने वाले हैं। हम साथ रहेंगे।''
जनता दल (यूनाइटेड) के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह माननीय मुख्यमंत्री श्री @NitishKumar जी से 1, अणे मार्ग स्थित मुख्यमंत्री आवास पर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह केंद्रीय मंत्री श्री @JPNadda जी ने शिष्टाचार मुलाकात की।
— Janata Dal (United) (@Jduonline) September 6, 2024
इस दौरान उप-मुख्यमंत्री श्री @samrat4bjp जी, उप-मुख्यमंत्री श्री… pic.twitter.com/FtAdIfi8QW
तेजस्वी से मुलाकात के बाद नीतीश के पाला बदलने की चर्चा शुरू हो गई थी
पूर्व उप-मुख्यमंत्री और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने हाल ही में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात की थी। दोनो की यह मुलाकात लगभग 8 महीने बाद हुई। नीतीश-तेजस्वी की मुलाकात के बाद देशभर की राजनीति में हलचल मच गई और सवाल खड़ा होने लगे कि क्या एक बार नीतीश कुमार भाजपा से अलग होंगे। हालांकि, भारतीय जनता पार्टी और जदयू के नेताओं ने कहा था कि यह मुलाकात मुख्य सचिवालय में सूचना आयुक्त के दो रिक्त पदों पर नियुक्ति के लिए हुई।