Pashupati Paras: पूर्व केंद्रीय मंत्री और राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी (RLJP) के अध्यक्ष पशुपति कुमार पारस ने सोमवार (14 अप्रैल) को NDA (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) से अपनी पार्टी के बाहर निकलने की घोषणा की। बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर की जयंती के मौके पर पटना में आयोजित एक कार्यक्रम में पारस ने यह बड़ा ऐलान किया।
NDA पर नजरअंदाज करने का लगाया आरोप
पशुपति कुमार पारस ने आरोप लगाया कि 2024 के लोकसभा चुनाव में NDA ने उनकी पार्टी को नजरअंदाज किया, जबकि RLJP दलितों के हक की लड़ाई लड़ती है। उन्होंने कहा, "मैं 2014 से NDA का हिस्सा था, लेकिन आज मैं ऐलान करता हूं कि अब RLJP का NDA से कोई संबंध नहीं रहा।"
उन्होंने कहा कि 2024 लोकसभा चुनाव से पहले हम केंद्रीय मंत्री पद छोड़ दिए थे, जबकि NDA ने उनके भतीजे चिराग पासवान की LJP (राम विलास) को 5 सीटें दीं।
नीतीश कुमार पर भी साधा निशाना
पारस ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि वे (नीतीश कुमार) दलित विरोधी हैं और उनके 20 साल के शासन में बिहार की शिक्षा व्यवस्था बर्बाद हो गई है। उन्होंने आरोप लगाया कि "राज्य में कोई नया उद्योग नहीं लगा और भ्रष्टाचार के कारण कल्याणकारी योजनाएं धरातल पर नहीं पहुंच पातीं।
क्या RJD से गठबंधन की तैयारी?
हाल के दिनों में पारस ने RJD प्रमुख लालू प्रसाद यादव से कई बार मुलाकात की है, लेकिन उन्होंने अभी तक किसी नए गठबंधन की पुष्टि नहीं की। उन्होंने कहा, "मैं बिहार के बाकी 16 जिलों का दौरा पूरा करके पार्टी को मजबूत करना चाहता हूं।"
बता दें, पिछले साल हुए 5 विधानसभा उपचुनावों में भी RLJP को NDA से कोई सीट नहीं मिली, जिसके बाद उनके एक प्रत्याशी ने BJP जॉइन कर ली। अब पारस का यह कदम बिहार की राजनीति में नए समीकरणों का संकेत दे रहा है।