BPSC 70th PT Exam Verdict: पटना हाईकोर्ट ने शुक्रवार को BPSC 70वीं प्रारंभिक परीक्षा को लेकर आए सभी विवादों पर विराम लगाते हुए 14 याचिकाओं को खारिज कर दिया। एक्टिंग चीफ जस्टिस अशुतोष कुमार और जस्टिस पार्थ सारथी की खंडपीठ ने आयोग को मुख्य परीक्षा की प्रक्रिया आगे बढ़ाने की अनुमति दे दी है। यह फैसला उन छात्रों के लिए बड़ा झटका है, जो बीपीएससी 70वीं परीक्षा को दोबारा कराने की मांग कर रहे थे।
क्या था पूरा विवाद?
पूरे विवाद की शुरुआत 13 दिसंबर 2024 को हुई BPSC 70वीं प्रारंभिक परीक्षा से हुई थी, जब पटना के बापू परीक्षा केंद्र से अनियमितता की शिकायतें सामने आईं। इसके बाद हुए विरोध प्रदर्शनों के चलते आयोग ने 4 जनवरी 2025 को इस केंद्र के लिए री-एग्जाम आयोजित की। हालांकि, अन्य अभ्यर्थियों ने इस निर्णय से असहमति जताते हुए पूरी परीक्षा रद्द करने की मांग की और मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा। 7 जनवरी को सुप्रीम कोर्ट ने मामले को पटना हाईकोर्ट के पास भेज दिया था।
लंबी सुनवाई के बाद हाईकोर्ट ने सुनाया फैसला
पटना हाईकोर्ट में इस मामले की लंबी सुनवाई हुई, जिसमें कई महत्वपूर्ण तिथियां शामिल हैं। 16 जनवरी को अदालत ने BPSC को नोटिस जारी किया, जबकि 31 जनवरी की सुनवाई स्थगित कर दी गई। 4 फरवरी को हुई आंशिक सुनवाई और होली से पहले हुई सुनवाई के बाद 18-19 मार्च को अंतिम सुनवाई पूरी हुई और फैसला सुरक्षित रख लिया गया। अंतत: 28 मार्च को अदालत ने अपना निर्णय सुनाया, जिसमें सभी याचिकाओं को खारिज कर दिया गया।
अब मेन्स परीक्षा कराने की तैयारी
हाई कोर्ट का यह फैसला भले ही कुछ अभ्यर्थियों के लिए भले ही नाखुश करने वाली है, लेकिन 10 लाख से अधिक अभ्यर्थियों के लिए यह राहत भरा हो सकता है, जो प्रीलीम्स परीक्षा पास किए थे। वैसे अभ्यर्थी अब मेन्स परीक्षा की तैयारी शुरू कर सकते हैं। उम्मीद है कि बीपीएससी जल्द ही मेन्स परीक्षा का आयोजन कराने के संबंध में कोई नोटिस जारी कर सकता है।
क्या सुप्रीम कोर्ट जाएंगे बीपीएससी अभ्यर्थी?
अब, हाई कोर्ट से झटका लगने के बाद नाराज अभ्यर्थियों के पास सुप्रीम कोर्ट जाने का एक मात्र विकल्प बचा है। प्रदर्शन के दौरान कुछ अभ्यर्थियों ने कहा कि हम सुप्रीम कोर्ट जाएंगे। इससे पहले चर्चित शिक्षक खान सर ने भी कहा था कि हम न्याय के लिए सुप्रीम कोर्ट तक जाएंगे। अब, देखना होगा कि क्या बीपीएससी सुप्रीम कोर्ट जाएंगे।