PK Jan Suraaj Party in Bihar: बिहार की राजधानी पटना में बुधवार, 2 अक्टूबर को प्रशांत किशोर जन सुराज पार्टी लांच की। वेटरनरी कॉलेज परिसर में हजारों के समर्थकों की मौजूदगी में नई पार्टी का ऐलान करते हुए पूछा जन सुराज पार्टी नाम सही है न। प्रशांत किशोर ने जनसुराज पार्टी का कार्यकारी अध्यक्ष मनोज भारती को बनाया है। इस दौरान 25 सदस्यीय स्टीयरिंग कमेटी भी घोषित की। कहा, यह किसी जाति-धर्म नहीं बल्कि, सर्व समाज की पार्टी है। इस कार्यक्रम में अगड़ा-पिछड़ा हर कोई आया है। जो काम नीतीश और लालू जी सालों साल सत्ता में रहने के बाद नहीं कर पाए। उसे हम करके दिखाने जा रहे हैं।
प्रशांत किशोर ने कहा...
- प्रशांत किशोर ने कहा, जन सुराज में उम्मीदवार का चयन पार्टी और कोई पदाधिकारी नहीं करेगा, बल्कि हमारे उम्मीदवारों का चयन क्षेत्र की जनता करेगी। अमेरिका की तर्ज पर उन्हें जनता के बीच जाना होगा। जनता से सहमति मिलने के बाद ही किसी व्यक्ति को उम्मीदवार बनाया जाएगा। क्षेत्र की जनता ने यदि किसी गरीब बच्चे को चुन दिया तो हम उसे ही चुनाव लड़वाएंगे। हमने गांव गांव जाकर लोगों को आश्वस्त किया है। रुपए और रिसोर्स की चिंता प्रशांत किशोर पर छोड़िए, आप (जनता) सही उम्मीदवार चुनिए।
- प्रशांत किशोर ने बिहार उपचुनाव में प्रत्याशी उतारने की घोषणा करते हुए कहा, हम 2025 नहीं बल्कि 2024 में ही बिहार के महारथियों को सबक सिखाएंगे। कार्यकर्ताओं से कहा, अगले महीने (नवंबर) में चार सीटों पर उपचुनाव हैं। इसी चुनाव में हम इन्हें उखाड़कर फेकेंगे।
कौन हैं मनोज भारती?
मनोज भारती मधुबनी जिले के रहने वाले हैं। उनकी शुरुआती शिक्षा नेतरहाट स्कूल से हुई। इसके बाद वह IIT कानपुर और IIT दिल्ली से इंजीनियरिंग की डिग्री ली। दिल्ली IIT से M.Tech करने के बाद उनका सिलेक्शन IFS में हुआ। मनोज भारती चार देशों में राजदूत रहे। उन्होंने कई किताबें भी लिखी है। मनोज भारती दलित समुदाय से आते हैं। प्रशांत किशोर ने कहा, हमने मनोज भारती को इसलिए अध्यक्ष नहीं बनाया क्योंकि वह दलित, बल्कि इसलिए बनाया है क्योंकि वह सक्षम हैं। जन सुराज में जात-पात नहीं, बल्कि अनुभव और काबिलियत के आधार पर पद मिलेगी।
जनसुराज से जुड़े लोगों ने दावा किया कि पटना के वेटरनरी कॉलेज परिसर में लाखों कार्यकर्ता पहुंचे हैं। मंच पर 4 हजार और उसके सामने 40 हजार लोगों के बैठने की व्यवस्था की गई थी। सभी जिलाध्यक्ष और पदाधिकारी मंच पर बैठाया गया। पंचायत और प्रखंड स्तर से भी बड़ी संख्या में कार्यकर्ता पहुंचे। सुबह 11 बजे ही लोग पटना पहुंचने लगे थे।
प्रशांत किशोर की रणनीति से जुड़े अहम बिंदु
- जन सुराज का एजेंडा
बीत कुछ साल में बिहार में कई सियासी बदलाव देखने को मिले हैं। अब जन सुराज इसमें एक नया अध्याय जोड़ने के लिए तैयार है। प्रशांत किशोर की योजना है कि इस पार्टी के जरिए बिहार की राजनीति को नई दिशा दी जाए। हालांकि पीके खुद किसी पद पर नहीं होंगे, लेकिन उनकी रणनीतिक सलाह पार्टी के संचालन में अहम भूमिका निभाएगी। - पहला अध्यक्ष दलित
जन सुराज पार्टी का पहला अध्यक्ष अनुसूचित जाति से होगा, जिसका कार्यकाल एक साल का होगा। यह फैसला समाज में समानता की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। प्रशांत किशोर के इस ऐलान के बाद बिहार की जनता और राजनीतिक विशेषज्ञों के बीच सुगबुगाहट तेज हो गई है।
- स्टीयरिंग कमेटी
जन सुराज की स्टीयरिंग कमेटी में 25 मेम्बर होंगे। यह मेम्बर पार्टी के हर अहम फैसले में शामिल रहेंगे। यही कमेटी पार्टी का संविधान तैयार करने में सबसे अहम भूमिका निभाएगी। इस कमेटी के गठन के साथ ही पार्टी का विधिवत संचालन शुरू हो जाएगा। - प्रशांत किशोर की भूमिका
प्रशांत किशोर की इस पार्टी में कोई आधिकारिक भूमिका नहीं होगी, लेकिन वह पर्दे के पीछे से रणनीतिक सलाह देते रहेंगे। इस बीच प्रशांत किशोर की पदयात्रा भी जारी रहेगी। इस पदयात्रा के जरिए प्रशांत किशोर सीधे जनता से संवाद करेंगे। जनता के मुद्दों को समझेंगे।
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- बिहार की राजनीति में असर
बिहार की राजनीति में पिछले कुछ वर्षों में कई नए दल बने और टूटे हैं। जन सुराज पार्टी अब इन पुराने प्रयोगों से हटकर एक नई दिशा देने का दावा कर रही है। प्रशांत किशोर का कहना है कि उनकी पार्टी बिहार की राजनीति को जिम्मेदार बनाएगी और यह प्रदेश के विकास के लिए जरूरी कदम उठाएगी।