RJD MLC Sunil Singh membership terminated: आरजेडी MLC और राबड़ी देवी के मुंह-बोले भाई सुनील सिंह को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की मिमिक्री करना भारी पड़ गया। शुक्रवार, 26 जुलाई को कार्यवाहक परिषद अध्यक्ष अवधेश नारायण सिंह ने राजद एमएलसी को सदन से निष्कासित कर दिया। सभापति के इस फैसले को विपक्ष के नेताओं ने विरोध किया। पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने अपने मुंह-बोले भाई की सदस्यता जाने पर कड़ाई से विरोध किया और इसे 'लोकतंत्र के इतिहास का काला अध्याय' बताया।
सीएम नीतीश की मिमिक्री करने का लगा था आरोप
दरअसल, राजद MLC सुनील सिंह ने नीतीश कुमार की मिमिक्री करते हुए सीएम का उपहास किया था। उन्होंने इस साल 13 फरवरी को परिषद की कार्यवाही के दौरान अपने भाषण में नीतीश कुमार के हाव-भाव की नकल करने की कोशिश की थी। इसी को लेकर जेडीयू के एमएलसी भीष्म सहनी ने आचार समिति के समक्ष याचिका दायर की थी। जिसके बाद आचार समिति के अध्यक्ष सह विधान परिषद के उप सभापति रामवचन राय ने गुरुवार, 25 जुलाई को सभापति को अपनी रिपोर्ट सौंपी। जिसमें एमएलसी पर लगाए गए आरोपों को सही पाया गया और अनुशासनात्मक कार्रवाई के अनुशंसा कर दी।
आरजेडी के एक और MLC पर गिरी गाज
आरोप सही पाए जाने के बाद शुक्रवार, 26 जुलाई को कार्यवाहक विधान परिषद अध्यक्ष अवधेश नारायण सिंह ने राजद एमएलसी को सदन से बर्खास्त कर दिया। सुनील सिंह के साथ ही एक अन्य आरजेडी एमएलसी मोहम्मद कारी सोहैब को भी विधान परिषद से दो दिनों के लिए निलंबित कर दिया। कारी सोहैब पर भी सीएम की नकल करने की कोशिश करने का आरोप था। सोहैब ने अपनी गलती के लिए माफी मांगी थी जिससे उन्हें कम सजा मिली। लेकिन सुनील सिंह ने माफी मांगने से इनकार कर दिया था। जिसके बाद विधान परिषद अध्यक्ष ने उन्हें सदन से बाहर का रास्ता दिखा दिया।
राबड़ी देवी ने काली पट्टी बांधकर जताया विरोध
सुनील सिंह की सदस्यता रद्द करने वाले फैसले को पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने काली पट्टी बांधकर विरोध जताया। सिंह लालू यादव के करीबी और राबड़ी देवी के मुंह-बोल भाई माने जाते हैं।