Tamil Nadu train accident: तलिमनाडु ट्रेन हादसे के बाद मैसूर से दरभंगा लिए सवार यात्री सोमवार सुबह समस्तीपुर और दरभंगा पहुंचे। इस दौरान उन्होंने हादसे के दौरान उसके बाद हुई परेशानियों से अवगत कराया। कहा, एक्सीडेंट बहुत डराने वाला था। ट्रेन पूरी स्पीड में थी, तभी अचानक तेज आवाज आई और चीख-पुकार मच गई। बाहर निकले तो बड़ा सा नाला था। उसमें कूदकर हम लोग सुरक्षित जगह पर पहुंचे।
दरअसल, मैसूर से दरभंगा आ रही बागमती एक्सप्रेस शुक्रवार को तमिलनाडु के कवरापेट्टई में मालगाड़ी से टकरा गई थी। इसमें 350 से अधिक यात्र सवार थे। हादसे के बाद ट्रेन के इंजन में आग लग गई और कोच एक दूसरे के ऊपर चढ़ गए थे।
तेज आवाज आई और ट्रेन पलट गई
दरभंगा की सोनी देवी ने बताया कि हादसे से पहले ही हमने खाना ऑर्डर किया था। खाने का इंतज़ार कर रहे थे। तभी अचानक तेज़ आवाज़ आई और लोग कहने लगे ट्रेन पलट गई है। हमारी बोगी भी पटरी से अलग हो गई थी। गनीमत रही कि हम लोगों को कुछ नहीं हुआ। हमारी बोगी के किसी यात्री को कुछ नहीं हुआ। अन्य बोगियों के यात्री घायल हुए हैं।
मालगाड़ी खड़ी थी तब भी दे दिया सिग्नल
दरभंगा के ही गणेश ने बताया, जिस जगह हादसा हुआ है, वहां पहले से मालगाड़ी खड़ी थी। इसके बाद भी सिग्नल दे दिया। तेज आवाज आई तो हम लोग बैग छोड़कर कूद गए। एक्सीडेंट के बाद बोगियों एक-दूसरे के ऊपर चढ़ गईं थीं। हमे पहले स्टेशन और फिर मैरिज हॉल ले जाया गया। वहां खाने-पीने के बाद बस और लोकल ट्रेन से चेन्नई स्टेशन पहुंचाया।
जंगल में हादसा, इसलिए परेशान हुए
मोहम्मद नजीर ने बताया कि ट्रेन हादसा जंगल में हुआ था। इस कारण लोग ज्यादा घबराए हुए थे। हम लोग सामान और सहयोगियों को लेकर यहां-वहां भटकते रहे। प्रशासन ने घायलों को अस्पताल पहुंचाया। कोई परेशानी नहीं होने दी।
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झटका लगा और मैं नीचे गिर गया
समस्तीपुर के सुनील कुमार ने बताया, हादसे से पहले ही मैंने भोजन किया था। सोने की तैयारी में था, तभी तेज झटका लगा तो मैं नीचे गिर गया। काफी देर बाद होश आया तो देखा कि कुछ लोग उठाकर बाहर निकाल रहे हैं। सारा सामान गुम गया। पैसे और टिकट तक नहीं मिला। ट्रेन में रेलवे ने भोजन कराया। यहां चाय-नाश्ता मिला है।