Why Jitan Ram Manjhi Angry: बिहार में क्या फिर खेल होगा? क्या पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी नीतीश सरकार का नंबर गेम बिगाड़ देंगे? फिलहाल इन सवालों का जवाब 12 फरवरी को साफ हो जाएगा। उस दिन नीतीश सरकार विधानसभा में बहुमत साबित करेगी। इससे पहले कांग्रेस में टूट का डर है। बिहार के 16 विधायक हैदराबाद पहुंच गए हैं। अन्य विपक्षी विधायकों के जल्द हैदराबाद पहुंचने की संभावना है। दूसरी तरफ एनडीए में भी ऑल इज वेल नहीं चल रहा है।
नीतीश सरकार को समर्थन और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति अपनी आस्था जताने वाले हिंदुस्तान आवाम मोर्चा अध्यक्ष सीएम जीतन राम मांझी लगातार अपनी मांग पर अड़े हैं। मांझी का कहना है कि अभी सिर्फ उनके बेटे को मंत्री बनाया गया है। जबकि वादा दो मंत्री देने का हुआ था। मांझी के पास 4 विधायक हैं। तो क्या नीतीश सरकार को मांझी की मांग के आगे झुकना पड़ेगा? जानिए पूरा नंबर गेम...
बिहार विधानसभा में कुल 243 सीटें, बहुमत का आंकड़ा 122 का
- सत्ता पक्ष यानी नीतीश सरकार के पास 128 विधायकों का समर्थन है।
- इनमें भाजपा के 78, हम के 4, जदयू के 45 और एक निर्दलीय विधायक शामिल हैं।
- विपक्ष के पास 114 विधायकों का समर्थन है। मतलब बहुमत के लिए महज 8 विधायक चाहिए।
- इनमें राजद के 79, कांग्रेस के 19 और लेफ्ट के 16 विधायक हैं।
- असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम का भी एक विधायक है, लेकिन व तटस्थ है।
गोपाल मंडल के बयान ने कयासों को दी हवा
जदयू विधायक गोपाल मंडल का दावा है कि बहुमत परीक्षण में कुछ भी हो सकता है। उनका यह बयान चौंकाने वाला है। उधर, राष्ट्रीय जनता दल के नेता और पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा था कि बिहार की सियासत में खेला होना बाकी है। अब उनकी पार्टी के नेता भी कई दावे कर रहे हैं। चर्चा है कि पूर्व सीएम जीतन राम मांझी एनडीए की राह में रोड़ा खड़ी कर सकते हैं। हालांकि जीतन राम मांझी के बेटे संतोष सुमन ने ऐसी किसी अटकलों से इंकार किया है।
संतोष सुमन को नीतीश सरकार में मंत्री पद दिया गया है। उन्होंने कहा कि मैं संतुष्ट हूं और मिलकर काम करेंगे। लेकिन पार्टी संरक्षक की डिमांड एक और मंत्री पद की है तो उनकी बात भी सुनी जानी चाहिए। वे पहले ही कह चुके हैं कि हम नरेंद्र मोदी जी के प्रति आस्था रखते हैं और यहीं हम रहेंगे।
संतोष सुमन को देनी पड़ी सफाई
रविवार शाम अफवाह उड़ी की कि संतोष सुमन ने कैबिनेट मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। इसके बाद खुद संतोष सुमन सामने आए। उन्होंने सफाई देते हुए कहा कि ऐसी कोई बात नहीं है। मैं एनडीए के साथ हूं। संतोष सुमन को एससी एसटी कल्याण विभाग दिया गया है। यह विभाग पहले भी वे महागठबंधन सरकार में संभाल चुके हैं।
नीतीश कुमार का बीजेपी के साथ गठबंधन होने से पहले जीतनराम मांझी को आरजेडी की तरफ से डिप्टी सीएम और सीएम पद के ऑफर दिए जाने की बात सामने आई थी।
मृत्युंजय तिवारी बोले- एनडीए की नाव डुबोएंगे मांझीजी
आरजेडी नेता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि मांझीजी को एनडीए की नाव डुबोएंगे और पतवार भी लेकर भाग जाएंगे। उनका सम्मान नहीं हो रहा है। उनकी जो डिमांड है, वह एनडीए पूरा नहीं कर पाएगी। अभी तक कोई काम एक कदम आगे नहीं बढ़ा है। यह सबकुछ बता रहा है कि कुछ गड़बड़ जरूर है।