रायपुर। छत्तीसगढ़ के उप मुख्यमंत्री और गृहमंत्री विजय शर्मा लगातार अपने विभागों का निरीक्षण करते रहते हैं। कभी वो रात में ही फोन कर डीजीपी से कानून व्यवस्था का जायजा लेने लगते हैं तो कभी जनता को अपना पर्सनल नंबर दे देते हैं। विजय शर्मा ने मंगलवार को डायल 112 सेटअप का निरीक्षण किया और पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिए।
निरीक्षण के दौरान गृहमंत्री विजय शर्मा ने कहा कि, मैं तो माओवादियों से बात करना चाहता हूं लेकिन माओवादी सामने नहीं आना चाहते तो मैं क्या करूं... मैं तो उनसे वीडियो कॉल से तक बात करने तैयार हूं... मैं माओवादियों से जानना चाहता हूं कि, उन्होंने विकास क्यों रोक कर रखा है। माओवाद क्षेत्र के लोग भी फिल्मों में आना चाहते हैं और हीरो बनना चाहते हैं।
जवानों की सुरक्षा हमारी पहली प्राथमिकता
विजय शर्मा ने आगे कहा कि, जवानों की सुरक्षा हमारी पहली प्राथमिकता है। डायल 112 अच्छा काम कर रहा है और सभी अधिकारी बेहतरीन काम कर रहे हैं। श्री शर्मा सिविल लाइन थाना परिसर में C4 बिल्डिंग में डायल 112 का सेटअप है वहीं वे निरीक्षण के लिए पहुंचे हुए थे। विजय शर्मा के निरीक्षण के दौरान डीजीपी अशोक जुनेजा, गृह सचिव मनोज पिंगवा, एडीजी प्रदीप गुप्ता समेत पुलिस के आलाधिकारी मौजूद रहे।
मुठभेड़ में घायल जवानों से की मुलाकात
गृहमंत्री विजय शर्मा ने बीते महीने हुई मुठभेड़ में घायल जवानों से मुलाकात की थी। घायल जवानों से मिलकर हॉस्पिटल से बाहर निकलते ही विजय शर्मा ने मिडिया से चर्चा में बताया था कि, मैं परिवार वालों को अपना फोन नंबर देकर आया हूं। उनको किसी तरह की असुविधा हो तो सीधे मुझे कॉल किया जा सके। विजय शर्मा ने कहा कि, पिछले पांच सालों में नक्सलियों से कोई संवाद नहीं हुआ और न ही कोई ठोस कार्यवाही हुई है।
जैसा वे चाहें बात करने को तैयार
लेकिन मैं आज भी कह रहा हूं कि हमारी सरकार के साथ बातचीत के सारे रास्ते खुले हैं। उन्होंने कहा कि, नक्सली भी हमारे प्रदेश के नौजवान हैं, उनसे बातचीत के लिए हमारे दरवाजे चौबीसों घंटे खुले हैं। जिस तरह से बात करना है करें, लेकिन आईईडी ब्लास्ट करना या गला रेत देना ये सब खत्म करना चाहिए। भाजपा सरकार में नक्सली गतिविधि बढ़ने का मतलब यह है कि, नक्सलियों में बौखलाहट है। उनको समझ में आ गया है कि, अब उनके साथ क्या होने वाला है।