Logo
राजधानी रायपुर के दानदाता परिवार ने भगवान श्री राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा समारोह में पहुंचने वाले मेहमानों के लिए ट्रक भरकर राशन सामग्री भेजी है।

रायपुर। सदियों के लंबे इंतजार के बाद 22 दिसंबर को अयोध्या में भगवान श्री राम की प्राण प्रतिष्ठा होनी है। जिसको लेकर पूरे देशभर से खास तोहफे अयोध्या भेजे जा रहे हैं। छत्तीसगढ़ भगवान श्री राम का ननिहाल माना जाता है, मंगलवार को राजधानी रायपुर से ट्रक में भरकर कुछ खास चीजें अयोध्या रवाना की गईं। जिसमें विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल और कुछ समाजसेवी परिवारों ने मिलकर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के लिए भोग प्रसादी भेजी है।

truck
 

भगवान श्री राम के ननिहाल से भेजे गए सामानों में हजारों किलो आटा, पूजा की सामग्री, संतों के लिए उपयोगी चीजें कंटेनर में भरकर अयोध्या भेजी गई हैं। रायपुर के दानी और तोष्णीवार परिवार ने सबसे पहले ट्रक की पूजा की और भगवान राम की तस्वीर लगाई। आरती के बाद भागवा ध्वज दिखाकर, उन्होंने जय-जय श्री राम के नारों के साथ ट्रक को रवाना किया। ट्रक ड्राइवर ने कहा कि, ये काम करके मैं बहुत खुश हूं और मुझे अयोध्या जाने की काफी खुशी है।

तेल, चना, नमक जैसी चीजें भी बड़े पैमाने पर भेजीं 

हमारे संवाददाता से बातचीत करते हुए विनोद कुमार तोष्णीवाल ने बताया कि, हम सभी मिलकर यह छोटा सा प्रयास किया है कि, भगवान राम के ननिहाल से कुछ चीजें भेजी जाएं। हमारे द्वारा भेजे गए कंटेनर में 11 हजार किलो आटा, 3 हजार किलो चना दाल, 2100 लीटर खाने का तेल, 111 किलो हल्दी, 111 किलो नमक, 51 किलो लाल मिर्च, 51 किलो जीरा, 51 किलो धनिया और 1100 नारियल हमारे द्वारा भेजें गए हैं।

4 दिन में ट्रक पहुंचेगा अयोध्या 

बातचीत के दौरान कंटेनर के ड्राइवर प्रवीण सिंह उर्फ राजेंद्र ने बताया कि, इस सामान को मैं लेकर अयोध्या जाऊंगा। मेरा ट्रक किसी दिव्य रथ की तरह महसूस हो रहा है, ये काम करके मैं बहुत खुश हूं और मुझे अयोध्या जाने की काफी खुशी है। हरिद्वार के रहने वाले प्रवीण सिंह ने बताया कि, मुझे चार दिन का वक्त अयोध्या पहुंचने में लगेगा। शुक्रवार तक सारा सामान भगवान की नगरी में होगा।

भगवान राम का ननिहाल माना जाता है छत्तीसगढ़ 

प्राचीन पुराणों में छत्तीसगढ़ का नाम कौशल प्रदेश के तौर पर मिलता है। माना जाता है कि भगवान राम की मां कौशल्या छत्तीसगढ़ की होने की वजह से ही उनका नाम कौशल्या पड़ा । इस वजह से छत्तीसगढ़ को भगवान राम का ननिहाल माना जाता है । यह मान्यता छत्तीसगढ़ के संस्कारों में इस कदर रची-बसी है कि छत्तीसगढ़ में भांजों के पैर छुए जाते हैं।

5379487