रायपुर। सांसद बन चुके प्रदेश के मंत्री बृजमोहन अग्रवाल का कहना है, मंत्री तो मैं छह माह तक रह सकता हूं। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय जिस दिन कहेंगे, उसी दिन इस्तीफा दे दूंगा। जहां तक किस पद से इस्तीफा देने का सवाल है, तो इसका फैसला पार्टी करेगी, पार्टी का जैसा आदेश होगा, उसका पालन किया जाएगा। बृजमोहन अग्रवाल के सांसद बनने के बाद से इस बात को लेकर चर्चा है कि वे कब विधायक और मंत्री के पद से इस्तीफा देंगे।

गुरुवार को सुबह प्रदेश के पूर्व मंत्री डॉ. शिव डहरिया ने सवाल खड़ा किया था कि बृजमोहन अग्रवाल को स्पष्ट करना चाहिए कि वे सांसद का पद छोड़ रहे हैं या फिर विधायक का पद।  बृजमोहन अग्रवाल गुरुवार को कुशाभाऊ ठाकरे परिसर में बैठक में शामिल होने पहुंचे थे। बैठक के बाद पत्रकारों से चर्चा करते हुए बृजमोहन अग्रवाल ने एक सवाल के जवाब में कहा, मंत्री तो मैं नियम से छह माह तक रह सकता हूं, लेकिन मुख्यमंत्री जिस दिन कहेंगे, उसी दिन इस्तीफा दे दूंगा। अब विधायक और सांसद में से किस पद पर रहना है, इसका फैसला मुझे नहीं पार्टी को करना है। राष्ट्रीय नेतृत्व का जैसा निर्देश होगा, उसके हिसाब से फैसला होगा।