■ प्रमुख द्वार पर नजर आएगी हनुमान की गद
■ मंच पर सीना चीरकर राम-सीता का दर्शन कराते हनुमान नजर आएंगे
रायपुर। बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर संत पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री राजधानी रायपुर के विवेकानंद विद्यापीठ के सामने कोटा रोड गुढ़ियारी में हनुमंत कथा सुनाने आएंगे। पांच दिवसीय हनुमंत कथा के साथ वे दिव्य दरबार लगाकर श्रद्धालुओं की समस्याएं सुनेंगे। इसके लिए 40 एकड़ क्षेत्र में भव्य पंडाल बनाया जाएगा, जिसकी खासयित ये रहेगी, कि प्रमुख द्वार पर रामभक्त हनुमान की गदा नजर आएगी। वहीं कथा मंच पर सीना चीरकर अपने ईष्टदेव का दर्शन कराते हनुमान की विशाल आकृति श्रद्धालुओं के लिए आकर्षण का केंद्र रहेगी। 23 से 27 जनवरी तक आयोजित हनुमंत कथा को भव्य बनाने आयोजन समिति जोर-शोर से तैयारियों में जुटी हुई है। आयोजन समिति के प्रमुख चंदन-बसंत अग्रवाल, दिनेश मिश्रा ने शनिवार को संयुक्त पत्रकारवार्ता में यह जानकारी दी
उन्होंने बताया, व्यवस्था के संबंध में 14 जनवरी को प्रातः 11 बजे धर्मप्रेमियों की बैठक रखी गई है, जिसमें व्यवस्था प्रभारियों की जिम्मेदारी सुनिश्चित की जाएगी, साथ ही कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार की जाएगी। 5 दिवसीय कथा आयोजन के दौरान प्रदेश के सुदूर अंचलों में ऐसे लोग, जो हिंदू सनातन धर्म छोड़कर दूसरे धर्म में चले गए, उनकी घर वापसी पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री और प्रबल प्रताप सिंह जूदेव के सानिध्य में कराई जाएगी। पत्रकारों से चर्चा में बसंत अग्रवाल ने बताया, हनुमंत कथा का समय दोपहर 3 बजे से शाम 6 बजे तक रखा गया है। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए दोपहिया और चौपहिया वाहनों की पार्किंग के लिए अलग-अलग व्यवस्था निशुल्क रहेगी। इसके साथ ही लोगों की भीड़ को देखते हुए सुरक्षा के भी समुचित इंतजाम किए जा रहे हैं।
11 लाख दीप प्रज्ज्वलित कर मनाएंगे 22 को ऐतिहासिक महोत्सव
मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम के, अयोध्या में श्रीराम मंदिर की प्राण- प्रतिष्ठा के अवसर को यादगार बनाने 22 जनवरी को राजधानी में ऐतिहासिक महोत्सव मनाया जाएगा। इस मौके पर 11 लाख दीप प्रज्ज्वलित किए जाएंगे, साथ ही लेजर शो व भव्य आतिशबाजी भी आयोजन स्थल पर देखने को मिलेगी। इसकी तैयारियां उत्साह के साथ की जा रही हैं।
पूर्व सैनिकों का सम्मान 26 को, निर्धन कन्या विवाह महोत्सव 27 को
चंदन बसंत अग्रवाल ने बताया, हनुमंत कथा के साथ ही 3 महत्वपूर्ण कार्यक्रम भी आयोजित किए जा रहे हैं। इनमें पहला कार्यक्रम घर वापसी तथा दूसरा कार्यक्रम पूर्व सैनिकों का सम्मान होगा। 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के मौके पर प्रदेश के पूर्व सैनिकों और मां भारती की रक्षा करते हुए अपने जान की बाजी लगाने वाले शहीद वीर सपूतों के परिवारों का सम्मान किया जाएगा। कथा के अंतिम दिन निर्धन कन्याओं के विवाह महोत्सव का आयोजन रखा गया है। इस आयोजन में पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की गरिमामयी उपस्थिति में निर्धन कन्याओं का विवाह समिति द्वारा हिंदू रीति- रिवाज और वैदिक परंपरा से कराया जाएगा।