रायपुर। प्रदेशभर की राशन दुकानों से शक्कर गायब हो गई है। जनवरी में जहां 25 प्रतिशत हितग्राहियों को शक्कर नहीं मिल पाई, वहीं फरवरी के लिए शक्कर का आवंटन ही नहीं हो पाया है जिससे इस माह दुकानों में शक्कर ही गायब है। इसका कारण नागरिक आपूर्ति निगम (नान) की शासन से हर साल होने वाली अनुबंध अवधि है, जो जनवरी में समाप्त हो गई है।
अनुबंध की अवधि समाप्त होने के कारण नान ने भी अब कारखानों से शक्कर का उठाव कर राशन दुकानों में सप्लाई करना बंद कर दिया है, जिससे हितग्राहियों को शक्कर लिए बिना ही राशन दुकानों से लौटना पड़ रहा है। राशन दुकानों में शक्कर अब तभी मिल पाएगी, जब नान की शासन से पुनः अनुबंध की प्रक्रिया पूरी होगी।
जनवरी से दिसंबर तक अनुबंध
नागरिक आपूर्ति निगम के अधिकारियों ने बताया कि राज्य में शासन ने कई जिलों में शक्कर कारखानों को पंजीकृत किया है। इन कारखानों से शक्कर का उठाव कर राशन दुकानों में सप्लाई करने के लिए नागरिक आपूर्ति निगम को 1 जिम्मेदारी दी जाती है। इसके लिए हर साल नान और शासन के बीच अनुबंध होता है। अनुबंध के आधार पर ही नान इसकी सप्लाई राशन दुकानों में करता है, लेकिन यह अवधि दिसंबर में खत्म हो चुकी है। इसके बाद से कारखानों से नान ने शक्कर का उठाव कर भंडारण करना बंद कर दिया है, जिससे राशन दुकानों में शक्कर की सप्लाई भी नहीं की जा रही है।
जनवरी तक शक्कर आवंटित
राशन दुकानों को एक माह का एडवांस राशन आवंटित किया जाता है। इसके मद्देनजर नान ने दिसंबर में शक्कर का भंडारण कर जनवरी के लिए सभी राशन दुकानों को शक्कर आवंटित किया था, लेकिन इस माह शक्कर का आवंटन कम हुआ था, जिसके कारण पंजीकृत लगभग 25 प्रतिशत कार्ड धारकों को शक्कर ही नहीं मिल पाई।
एग्रीमेंट होने के बाद ही शक्कर आवंटन करेंगे
जिला प्रबंधक अरविंद पांडेय ने बताया कि, हर साल एग्रीमेंट होता है, जिसकी अवधि जनवरी से समाप्त हो गई है। इस कारण कारखानों से शक्कर का भंडारण नहीं हो पाया है। आगामी कुछ दिनों में एग्रीमेंट हो जाएगा। इसके बाद भंडारण कर राशन दुकानों को आवंटित किया जाएगा।
जनवरी से लौट रहे हितग्राही
राशन दुकान संचालक फिरोज खान ने बताया कि, जनवरी में शक्कर का आबंटन किया गया था, लेकिन 15 तारीख के बाद शक्कर खत्म हो गई, जिसके बाद कई हितग्राहियों को बिना शक्कर के लौटाना पड़ा। इस माह भी शक्कर नहीं आई है।