रायपुर। रेलवे के विकास कार्यों से रद्द हो रही ट्रेनों का फायदा मालगाड़ियों को काफी हो रहा है। बीते तीन महीने में 200 से अधिक ट्रेनों को रेलवे ने रद्द किया, ताकि पटरियों का कार्य किया जा सके। लेकिन इस बीच मालगाड़ियों का परिचालन रेलवे ने नहीं रोका। लगातार ट्रेनों के रद्द से जोन के लाखों यात्रियों को दिक्कत हुई। दूसरी ओर इस बीच रेलवे ने मालगाड़ियों का परिचालन बढ़ाकर नई उपलब्धि हासिल कर ली है।
इस वित्तीय वर्ष के प्रथम 3 माह बिलासपुर मंडल में 30 जून तक 47 मिलियन टन माल ढुलाई किया है। पिछले साल वित्तीय वर्ष के प्रथम तिमाही में 40 मिलियन टन हुआ था। ट्रेनों के रद्द होने के बाद भी मालगाड़ियों का परिचालन जारी रहा। जानकारी मुताबिक ट्रैक खाली होने से रेलवे ने मालगाड़ियों की संख्या और बढ़ा दी, ताकि अधिक से अधिक कोयला का ढुलाई हो। जोन में ट्रेन रद्द के दौरान जमकर माल की ढुलाई है।
मालगाड़ियों की जारी नहीं होती सूचना
रेलवे का कहना है कि, देशभर में पटरियों को अपग्रेड करने का काम तेजी से चल रहा है। इस वजह से रायपुर से गुजरने वाली ट्रेनों को हर महीने रद्द करना पड़ रहा है। जिस रूट पर यात्री ट्रेनों को रद्द किया जाता है, उस मार्ग पर मालगाड़ियों का परिचालन रद्द नहीं किया जाता। रेलवे के अनुसार ट्रेनों की तरह मालगाड़ियों के रद्द होने की सूचना जारी नहीं की जाती। पटरियों में दोपहर के वक्त काम होता है। उस समय केवल मालगाड़ी नहीं चलाई जाती, लेकिन सुबह और रात के समय पटरियों को मालगाड़ी का परिचालन जारी रहता है। इस वजह से मालगाड़ी को रद्द नहीं किया जाता।
हर दिन गुजर रही 40 से अधिक मालगाड़ी
ट्रेनों के रद्द होने से अब पटरियों में मालगाड़ी की संख्या बढ़ती जा रही है। पटरियों के काम से मालगाड़ी के परिचालन में कोई असर होता नजर नहीं आ रहा है। वर्तमान में 40 से अधिक मालगाड़ी सुबह से रात के समय रायपुर से गुजर रही है, जो ट्रेनों के रद्द होने से पहले 30 बताई जा रही। जिस रूट पर पटरियों का काम चल रहा है, रेलवे उस जगह के लिए मालगाड़ियों का परिचालन परिवर्तित मार्ग से कर रहा है। रेलवे माल गाड़ियों को रद्द करने से बच रहा है। रेलवे का कहना है कि ट्रेनों के रद्द होने से मालगाड़ी का परिचालन प्रभावित हो जाता है, लेकिन हकीकत में मालगाड़ी बेधड़क पटरियों में दौड़ रही है। यह स्थिति पूरे जोन में है।