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छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में सोमवार 6 जनवरी को हुए भीषण ब्लास्ट के बाद सुरक्षाबलों को राजधानी दिल्ली से कई नए दिशा-निर्देश मिले हैं। प्रदेश के बड़े पुलिस अफसर भी मौके पर पहुंचे हैं।

गणेश मिश्रा- बीजापुर। सोमवार 6 जनवरी को बीजापुर जिले के कुटरु के पास ब्लास्ट के बाद अब तक नक्सलियों द्वारा किए गए इस तरह के हमलों में कुल 1313 जवान शहीद हो गए हैं। ये हमले नक्सलियों ने पिछले 24 साल में कुल 1197 ब्लास्ट के माध्यम से किए हैं। मंगलवार की सुबह प्रदेश के डीजीपी अन्य अफसरों के साथ घटनास्थल का मुआयना करने पहुंचे। 

उल्लेखनीय है कि, 26 अप्रैल 2023 को दंतेवाड़ा के अरनपुर में नक्सलियों ने ऐसा ही ब्लास्ट किया था। 6 जनवरी 2025 को भी उसी पैटर्न पर दूसरा धमाका किया है। जवानों के काफिले में 9 गाड़ियां शामिल थीं। 

बड़े नक्सली 15 दिन से बना रहे थे ब्लास्ट की योजना

सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक 15 दिनों से बड़े नक्सली इस ब्लास्ट की योजना बना रहे थे। इस दौरान नक्सलियों का सूचना तंत्र एकदम पुख्ता था। बताया जा रहा है कि, कुटरू में 50 किलो विस्फोटक से धमाका किया गया है। जवानों को नुकसान पहुंचाने के लिए सुबह से ही नक्सली कर रहे रहे थे जवानों के काफिल के यहां पहुंचने का इंतजार। इसके अलावा इस ब्लास्ट की सबसे खास बात यह रही कि, पहली बार नक्सलियों ने 250 मीटर की दूरी से काफिले को टारगेट किया है। 

स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर किया जाएगा फालो

उधर, बीजापुर जिले के कुटरू में इस ब्लास्ट के बाद नक्सलियों के खिलाफ अभियान और तेज हाने जा रहा है। यह भी पता चला है कि, फॉरवर्ड आपरेटिंग बेस की सुरक्षा और बढ़ाई जाएगी। स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर में चूक न हो, इस पर भी रहेगा वरिष्ठ अफसरों का फोकस।

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मजबूत किया जाएगा बम डिस्पोजल स्क्वाड

बारूदी सुरंग का डिटेक्शन करने बम डिस्पोजेबल स्क्वाड को मजबूत किया जाएगा। 
माना जा रहा है कि, नक्सलियों के इस विस्फोट की घटना को सुरक्षाबलों ने गंभीरता से लिया है। इससे निपटने के लिए अब समय-समय पर वरिष्ठ अफसर करेंगे एंटी नक्सल अभियान की मॉनिटरिंग। कहा जा रहा है कि, इस दिशा में राजधानी दिल्ली से जारी किए गए निर्देश के बाद गहमा-गहमी और बढ़ गई है।

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