रायपुर। पांचवी कक्षा की उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन करने वाले शिक्षक को एक उत्तरपुस्तिका के लिए केवल 2 रुपए का भुगतान किया जाएगा। वहीं आठवीं कक्षा की एक उत्तर पुस्तिका का मूल्यांकन करने वाले शिक्षक को 3 रुपए मिलेंगे। दोनों ही कक्षाओं के मूल्यांकनकर्ता एक दिन में अधिकतम 40 उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन कर सकते हैं। इस तरह से 5वीं की कॉपियां जांचने वाले शिक्षक को एक दिन में अधिकतम 80 रुपए और 8वीं की कॉपियां जांचने वाले शिक्षक को 120 रुपए मिल सकेंगे। दोनों ही कक्षाओं का केंद्रीकृत मूल्यांकन किया जाएगा।
मूल्यांकन के लिए तय स्थान तक पहुंचने में ही इसमें से अधिकतर राशि व्यय हो जाएगी। ऐसे में शिक्षकों के कुछ ही रुपए प्रतिदिन शेष बचेंगे। 31 जनवरी को पांचवी-आठवीं की समय सारिणी जारी करने के साथ ही लोक शिक्षण संचालनालय द्वारा मूल्यांकन संबंधित दिशा-निर्देश भी जारी कर दिए गए हैं। इसमें मूल्यांकन राशि सहित अन्य खर्च और व्यवस्थाओं का पूरा ब्योरा है। मूल्यांकन केंद्राध्यक्ष संकुल प्राचार्य होंगे। पांचवी-आठवीं का अध्यापन कार्य कराने वाले शिक्षक ही इन कक्षाओं की उत्तरपुस्तिकाएं जांच सकेंगे।
ऐसी रहेगी प्रक्रिया
- 30 मार्च से पांचवी कक्षा का मूल्यांकन कार्य प्रारंभहोगा।
- 4 अप्रैल से बारहवीं कक्षा की उत्तर पुस्तिकाएं जांची जानी शुरू होगी।
- 15 अप्रैल तक दोनों ही कक्षाओं का मूल्यांकन पूर्ण करना होगा।
- 25 अप्रैल तक अंकसूची तैयार करनी होगी।
- 28 अप्रैल तक विकासखंड शिक्षा कार्यालयों के माध्यम से अंकसूची स्कूलों को प्रेषित करनी होगी।
- स्कूलों को 30 अप्रैल तक परिणाम घोषित करने होंगे।
दशक पूर्व भी यही दर
पांचवी-आठवीं की बोर्ड परीक्षाएं 2011 तक होती रही हैं। इस दौरान भी मूल्यांकनकर्ता शिक्षकों को इतनी ही राशि दी जाती रही है। बीते 14 वर्षों में महंगाई कई गुना बढ़ गई, लेकिन शिक्षकों का मेहताना नहीं बढ़ाया गया है। इसे लेकर शिक्षकों में भी नाराजगी है। चूंकि मूल्यांकन सहित परीक्षा संबंधित अन्य कार्य अनिवार्य कार्य की सूची में आते हैं, इसलिए इसके लिए शिक्षकों द्वारा इनकार नहीं किया जा सकता है। मूल्यांकन में किसी तरह की त्रुटि होने पर जिला स्तरीय परीक्षा समिति शिक्षकों पर कार्यवाही करने के लिए अधिकृत रहेगी। उत्तरपुस्तिकाओं को परिणाम जारी होने के 3 माह तक सुरक्षित रखना होगा।