गणेश मिश्रा- बीजापुर। छत्तीसगढ़ के अबूझमाड़ रीजन में शुक्रवार को दिनभर चले भीषण मुठभेड़ में सफलता के झंडे गाड़ने के बाद शनिवार को जवान वापस लौट रहे हैं। सुरक्षाबलों की टीम में महिलाएं भी शामिल थीं। खेतों की मेढ़ों के बीच तो कहीं घने जंगलों को पार करते हुए जवान खुद तो पैदल लौट ही रहे हैं साथ ही मारे गए नक्सलियों के शवों को भी अपने कंधे पर ढो रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि, शुक्रवार को दिनभर चले छत्तीसगढ़ के सबसे बड़ी नक्सल मुठभेड़ में पांच राज्यों के मोस्ट वांटेड नक्सली कमांडर कमलेश उर्फ आरके और नीति उर्फ उर्मिला के भी मारे जाने की खबर है। इस मुठभेड़ के बाद घटनास्थल से सुरक्षाबलों ने अब तक 31 नक्सलियों के शव बरामद किए हैं।
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक, दंडकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी का सदस्य कमलेश, पांच राज्यों में मोस्ट वांटेड था। वह स्पेशल जोनल कमेटी मेम्बर और प्रवक्ता था। वहीं नीति उर्फ उर्मिला, बीजापुर जिले के गंगालूर इलाके की रहने वाली थी। वहीं कमलेश मूलतः आन्ध्र प्रदेश के विजयवाड़ा क्षेत्र का निवासी बताया जा रहा है।
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पढ़ा-लिखा था कमांडर कमलेश
नक्सली कमांडर कमलेश के बारे में बताया जा रहा है कि, वह सिविल आईटीआई का छात्र रहा है। मुख्य रूप से कमलेश नार्थ बस्तर, नालगोंडा डिवीजन, ओडिश बॉर्डर और मानपुर इलाके में सक्रिय था। इस मुठभेड़ में अब तक 31 शव सुरक्षाबलों ने बरामद किए हैं। वहीं LMG, AK47, SLR, INSOS, और 303 जैसे हथियार बरामद किए गए हैं।