अंबिकापुर। शुक्रवार को एंटी करप्शन ब्यूरो ने सरगुजा में बड़ी कार्रवाई करते हुए एसडीएम, रीडर समेत चार लोगों को 50 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा गया है। आरोपी ने ग्रामीण से राजस्व रिकार्ड दुरुस्त करने के नाम पर पैसे मांगे थे लेकिन ग्रामीण ने इस मामले की शिकायत एसीबी से कर दी जिसके बाद एसीबी ने आज देर शाम उदयपुर एसडीएम व रीडर समेत चार लोगों को 50 हजार के साथ गिरफ्तार कर लिया है। इस कार्रवाई के बाद प्रशासनिक महकमें में भी हड़कंप मच गया है। एसीबी सरगुजा से मिल रही जानकारी के अनुसार उदयपुर विकासखंड अंतर्गत ग्राम जजगा निवासी कन्हाई राम बंजारा ने एसीबी से शिकायत की थी कि ग्राम जजगा स्थित भूमि खसरा नंबर 69/31, 70/1 एवं 1004/8 में रकबा क्रमशः 0.251, 0.635 एवं 0.243 हेक्टेयर जमीन उसके तथा परिवार के अन्य सदस्यों के नाम पर दर्ज है और कई वर्षों से वे लोग जमीन पर मकान बनाकर काबिज है।
इस बीच कन्हाई राम बंजारा के बड़े पिता द्वारा जमीन पर केवल अपना नाम दर्ज कराने के लिए तहसील में आवेदन दिया गया था जिसपर कन्हाई राम ने भी आपत्ति दर्ज कराई थी। आपत्ति के बाद तत्कालीन उदयपुर तहसीलदार द्वारा प्रार्थी के बड़े पिता, उसके व अन्य परिजन के नाम पर राजस्व रिकार्ड दुरुस्त करने का आदेश 21 सितंबर 2022 को दिया गया था। उक्त आदेश के बाद कन्हाई राम के बड़े पिता द्वारा पुनः 9 नवम्बर 2022 को एसडीएम उदयपुर के पास तहसीलदार के आदेश के विरुद्ध अपील प्रस्तुत किया गया था जिसका प्रकरण वर्तमान में लंबित है। इसी प्रकरण में उसके व अन्य परिजन के पक्ष में आदेश पारित करने के एवज में एसडीएम बीआर खांडे द्वारा 50 हजार रुपए की रिश्वत मांगी जा रही थी लेकिन ग्रामीण रिश्वत नहीं देना चाहता था इस लिए उसने एसडीएम पर कार्रवाई के लिए शिकायत एसीबी को दी। शिकायत के बाद एसीबी अंबिकापुर कार्यालय द्वारा मामले की जांच की गई और जांच सत्यापन के बाद आज ट्रैप कार्रवाई की गई।
50 डिसमिल जमीन की बनवाई पावर ऑफ अटॉर्नी
इस कार्रवाई के बाद एसडीएम कार्यालय के साथ ही जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया है। बड़ी बात यह है कि रिश्वत लेने के साथ ही एसडीएम के खिलाफ एसीबी के पास कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेज भी हाथ लग है। एसीबी डीएसपी के अनुसार एसडीएम बीआर खांडे द्वारा प्रार्थी कन्हाई राम के पक्ष में आदेश करने के एवज में प्रार्थी एवं उसके परिजन की ओर से ग्राम जजगा तहसील उदयपुर स्थित 50 डिसमिल जमीन को भी अपने महिला परिचितों के पक्ष में बिकी आदि करने संबंधी पावर ऑफ अटार्नी निष्पादित करा लिया था ताकि भविष्य में उक्त जमीन को अपने पक्ष में करा सके। संबंधित पावर ऑफ अटॉर्नी की प्रति भी एसीबी के हाथ लग गयी है। समस्त आरोपियों की संपत्तियों के संबंध में भी एसीबी द्वारा गहन जांच प्रारंभ कर दी गयी है जिससे भविष्य में महत्वपूर्ण खुलासे होने की प्रबल संभावना है।
इस तरह पकड़े गए आरोपी
एसीबी द्वारा शिकायत सही पाए जाने पर ट्रैप कार्रवाई के तहत शुक्रवार की शाम 6 बजे कन्हाई राम को 50 हजार रुपए के साथ एसडीएम कार्यालय भेजा गया। इस दौरान जब कन्हाई राम बंजारा ने एसडीएम भागीरथी खांडे से रुपए के लेनदेन की बात की तो एसडीएम ने रुपए अपने बाबू धरमपाल को लेने के लिए कहा। इस बीच रीडर धरमपाल ने भृत्य अबीर राम को रिश्वत की रकम को अपने पास रख लेने को कहा जिसे अबीर राम ने अपने हाथों में ले लिया तथा रिश्वत की रकम लेने के बाद वह एसडीएम के पास चला गया और एसडीएम को जानकारी दी कि कन्हाई राम से रिश्वत की रकम 50 हजार रुपए को उसने प्राप्त कर दिया है तो एसडीएम ने कहा कि उक्त रकम को गार्ड नगर सैनिक कविनाथ सिंह को दे दिया जाए जिसपर भृत्य ने रिश्वत में मिले रुपए एसडीएम के गार्ड कविनाथ सिंह को दे दिया। इस तरह रिश्वत के रुपए का लेन देन चेन सिस्टम से किया गया। रुपए मिलने की पुष्टि होने के बाद एसीबी ने एसडीएम कार्यालय में छापा मार दिया और रिश्वत लेने के आरोप में एसडीएम बीआर खांडे, भृत्य धरमपाल, भृत्य अबीर राम, नगर सैनिक कविनाथ सिंह को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। इस मामले में एसीबी ने आरोपियों के खिलाफ आरोपियों के विरूद्ध धारा 7, 12 भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत कार्रवाई की जा रही है।