रुचि वर्मा - रायपुर। इंदिरा गांधी कृषि विवि की सेमेस्टर परीक्षाएं विवादों में आ गई हैं। सेमेस्टर परीक्षाओं के प्रश्नपत्र व्हॉट्सऐप पर वायरल हो रहे हैं। मंगलवार को होने वाली परीक्षाओं के प्रश्नपत्र सोमवार देर रात तक छात्रों के व्हॉट्सऐप ग्रुप में वायरल होते रहे। आज तृतीय वर्ष की एग्रोमेटेरोलॉजी की परीक्षा होगी। इसके हस्तलिखित प्रश्नपत्र कई छात्रों तक परीक्षा से पहले हरिभूमि ही पहुंच गए।

हालांकि इनमें से कितने सवाल पूछे जाएंगे, यह आज प्रश्नपत्र वितरित होने के बाद ही स्पष्ट हो सकेगा। वहीं छात्रों ने विवि प्रबंधन से पर्चे रद्द करते हुए पूरी परीक्षा पुनः आयोजित करने की मांग की है। विद्यार्थी इसे लेकर विरोध-प्रदर्शन की तैयारी कर रहे हैं। उनका कहना है कि जो विद्यार्थी पूरे वर्ष पढ़ाई करके मेहनत के साथ तैयारी करते हैं, उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ विवि की लापरवाही के चलते हो रहा है।

 

जो सवाल वाट्सएप पर भेजे गए, उनमें से 80 फीसदी हूबहू आए

यह छात्रों के व्हॉट्सएप ग्रुप का स्क्रीनशॉट है। जैसा की स्क्रीनशॉट में नजर आ रहा है, शुक्रवार को ये हस्तलिखित प्रश्नपत्र ग्रुप में आ गए थे। शनिवार को इसी विषय अर्थात इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी राइट्स की परीक्षाएं हुई। 8 मार्च को ग्रुप में आए ये सवाल और 9 मार्च को पूछे गए सवाल 80 फीसदी समान थे। वहीं इस मामले में कुलपति गिरीश चंदेल ने हरिभूमि से कहा कि बहुत सारे फेक मैसेज चल रहे हैं। फिर भी सबकी जांच कराई जा रही है। ये मंगलवार को होने वाली एग्रोमेटेरोलॉजी तृतीय वर्ष की परीक्षाओं के हस्तलिखित प्रश्नपत्र हैं, जो देर रात तक वायरल होते रहे। आज 10 से 1 बजे तक इसकी परीक्षा होगी। ये छात्रों के मध्य व्हॉट्सऐप ग्रुप में हुई बातचीत का हिस्सा है। छात्र कीमत को लेकर बात कर रहे हैं। जिसमें 1000 और 800 रुपए कीमत देने की बात कही गई है।

पहले भी यह स्थिति

ना सिर्फ मंगलवार को होने वाली परीक्षा बल्कि इसके पूर्व आयोजित हुई परीक्षाओं में भी यह स्थिति निर्मित हो चुकी है। शनिवार को इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी राइट्स की परीक्षाएं हुईं। आरोप है कि इसके हस्तलिखित प्रश्नपत्र शुक्रवार को ही वायरल हो गए थे। इसके पूर्व में हो चुकी द्वितीय वर्ष प्रथम सेमेस्टर की फार्म मशीनरी एंड पॉवर के प्रश्नपत्र भी लीक किए जाने का आरोप छात्र संगठन द्वारा लगाया गया है।

रद्द करें पर्चे

एनएसयूआई के सचिव शुभम शर्मा ने बताया कि, जिन विषयों के प्रश्नपत्र वायरल हुए है, उन्हें विवि प्रबंधन द्वारा रद्द किया जाए। मामले की उच्चस्तरीय जांच हो और दोषियों को सजा दी जाए। 

जांच जारी है

इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति गिरीश चंदेल ने बताया कि, मैसेज के बारे में पता चला है। हम अपने स्तर पर जांच करा रहे है।