नौशाद अहमद-सूरजपुर। कृषि महाविद्यालय का निर्माण नहीं होने से प्रतापपुर विधानसभा के 40 से ज्यादा पंचायतों के सरपंच और जनप्रतिनिधि सूरजपुर कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचे। वहां पर उन्होंने कृषि महाविद्यालय नहीं बनने से नाराजगी जताई। घोषणा हुई, पर खुला नहीं एग्रीकल्चर कालेज : कलेक्ट्रेट पहुंचकर ग्रामीणों ने सौंपा ज्ञापन, उग्र आंदोलन की दी चेतावनी 

दरअसल, सूरजपुर के प्रतापपुर विधानसभा में कांग्रेस की सरकार के समय  कृषि महाविद्यालय की सौगात मिली थी। इसके लिए जगह चिन्हाकित करने के लिए सर्वे किया जा रहा था। इसके लिए धोंधा पंचायत की लगभग 300 एकड़ से ज्यादा की शासकीय भूमि भी निर्धारित की गई थी। लेकिन नई सरकार बनने के बाद से स्थल परिवर्तन किया जा रहा है। 

ग्रामीणों ने ली बैठक 

जब ग्रामीणों को इसकी जानकारी मिली तो 101 ग्राम पंचायत वाले प्रतापपुर के सभी सरपंच और आम जनता ने बैठक कर स्थानीय विधायक शकुंतला सिंह को बुलाया। लेकिन वह बैठक में नहीं पहुंची। इससे पहले भी सभी ने विधायक से गुहार लगाई पर काम नहीं बना। विधायक की उदासीनता के बाद विधायक और सर्वे अधिकारियों से नाराज होकर भारी संख्या में लोग कलेक्ट्रेट पहुंचे और अपनी नाराजगी जताई। 

ग्रामीणों ने कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन 

ग्रामीणों ने कलेक्टर को ज्ञापन देकर बताया कि, धोंधा में कृषि महाविद्यालय नहीं बनने पर उग्र आंदोलन किया जाएगा। लोगों ने बताया कि, प्रतापपुर बहुत पिछड़ा हुआ इलाका है। कृषि विद्यालय मिलने से कुछ विकास की उम्मीद जगी है पर उसे धोंधा पंचायत से हटा कर दूसरे जगह ले जाने की तैयारी की जा रही है। धोंधा पंचायत ऐसा जगह है जो प्रतापपुर वाड्राफनगर के बीच में पड़ता है। यहां महाविद्यालय बनने से सभी को फायदा मिलेगा। 

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अगर बात नहीं मानी तो उग्र आंदोलन करेंगे ग्रामीण 

अभी जिस जगह ले जाने की तैयारी है वह अंबिकापुर से सटा हुआ इलाका है। जहां पहले से ही कृषि विद्यालय है, उस जमीन को सर्व अधिकारी पत्थर भूमि बता रहे हैं जो कि, सरासर गलत है। हम सब ने मिलकर विधायक को चुनाव जीताया है। विधायक का नजरिया सही नहीं लग रहा है, जबकि मंत्री राम विचार नेताम ने सहमति जताई है। उसके बाद भी अगर जगह को बदला गया तो हम आखिरी लड़ाई लड़ने को तैयार हैं। जिस तरह से हमने विधायक को बनाया उसे हटा भी सकते हैं।

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कलेक्टर ने एसडीएम को दिया निर्देश 

वहीं पूरे मामले को लेकर जिला कलेटर रोहित व्यास ने बताया कि, आज सरपंच और कुछ जनप्रतिनिधि कृषि विद्यालय वहीं बनाने की मांग को लेकर आए हुए थे। हमने एसडीएम को निर्देश दिया है कि, वह जाकर उपयुक्त भूमि का निरीक्षण करें। अगर उस हिसाब से भूमि मिल जाता है तो कार्रवाई करें।