गणेश मिश्रा- बीजापुर। छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बस्तर संभाग के बीजापुर जिले में गुरुवार को सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में तीन नक्सली मारे गए थे। शुक्रवार को पुलिस ने उनकी पहचान जारी की है। बताया गया है कि, उन तीनों पर कुल 18 लाख रुपयों का ईनाम घोषित था। इन् तानों में महेश कोरसा भी शामिल था, जो दक्षिण बस्तर डिवीजन एवं पीएलजीए बटालियन नम्बर एक का IED एक्सपर्ट था। 

मिली जानकारी के मुताबिक, पालीगुड़ा- गुंडराजगुडेम मुठभेड़ में मारे गये तीन माओवादियों पर  कुल 18 लाख का ईनाम घोषित था। गुरुवार को सुकमा और बीजापुर की सीमावर्ती इलाके में हुई थी भीषण मुठभेड़। पुलिस के मुताबिक, इस मुठभेड़ में महेश कोरसा भी मारा गया है। वह दक्षिण बस्तर डिवीजन एवं पीएलजीए बटालियन नम्बर एक का IED एक्सपर्ट था। मुठभेड़ में मारा गया माओवादी महेश कोरसा वर्ष 2023 में बेदरे और वर्ष 2024 में जगरगुण्ड़ा क्षेत्र में हुई घटनाओं का भी मास्टर माइंड रहा है। 

ये हैं तीनों के नाम

पुलिस की ओर से जारी किए गए प्रेस नोट में जानकारी दी गई है कि, मुठभेड़ में मारे गयें माओवादियों की शिनाख्तगी पीपीसीएम प्लाटून नंबर 30 के डिप्टी कमांडर कोरसा महेश, मांडवी नवीन उर्फ कोसा एसीएम पश्चिम बस्तर, अलवम भीमा एसीएम जोनागुडा के रूप में हुई है। 

2 बीजीएल लांचर, 1 12 बोर की रायफल बरामद 

मुठभेड़ स्थल से 2 नग बीजीएल लांचर, 1 नग 12 बोर रायफल सहित भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री, नक्सल साहित्य एवं अन्य दैनिक उपयोगी सामान बरामद किया गया है।