डागेश यादव- आरंग। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से लगे आरंग विधानसभा क्षेत्र के ग्राम कठिया में गुरूवार शाम को बाबा शिवदास बंजारे तालाब को पैदल चलकर पार कर रहे थे। बाबा जब डूबने लगे तो रेस्क्यू टीम के चार गोताखोरों ने तालाब में उतरकर उन्हें बाहर निकाला। शिवदास बंजारे एक महीने अपने ऊपर दिव्य शक्ति होने का दावा कर रहे थे। गांव के घर में समाधि लिए हुए बिना तेल के खाना-पीना बनाने का दावा कर रहे थे। 

कभी वो आग के अंगारों पर खुले पैर चलने की बात कह रहे थे, तो कभी पानी पर। उनकी इन्हीं सब बातों को सुनकर भव्य चमत्कार की बात गांव में जमकर फैलने लगी। इसके बाद उनके दर्शन करने लोगों की भीड़ लगने लगी और मेले जैसा माहौल बनने लगा। इसी बीच शिवदास ने एक बार फिर गांव के तालाब के पानी के ऊपर चलकर एक छोर से दूसरे ओर जाने का दावा करने लगे। उसके बाद गांव में मीटिंग आयोजित की गई और सर्व सहमति से गांव में कामधाम बंद रखने की बात कही गई। 

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डूबने लगे तो गोताखोरों ने बचाई जान 

10 अक्टूबर की शाम 6 बजे बाबा पूजा अर्चना के बाद तालाब के पानी में उतरे। शिवदास बंजारे के चमत्कार को देखने तलाब पार पर सैकड़ों हजारों लोग मौजूद थे। थोड़ी दूर पानी में जाने बाद बाबा शिवदास तालाब में डूबने लगे और अपने हाथों से तैरने लगे। यह देख रेस्क्यू टीम के गोताखोर जवान तालाब में उतरे और किसी तरह से बाबा को बाहर निकाला।

पुलिस और राजस्व के अधिकारी भी थे मौके पर मौजूद 

शिवदास के पानी के ऊपर चलने के दावों के कारण गांव में भारी भीड़ थी। व्यवस्था और सुरक्षा के मद्देनजर मंदिर हसौद थाना प्रभारी सचिन सिंग पुलिस टीम के साथ मौजूद थे। इनके अलावा मंदिर हसौद तहसीलदार राजकुमार साहू कुछ पटवारियों के साथ मौके पर पहुंचे हुए थे।