गणेश मिश्रा-बीजापुर। प्रदेश के डिप्टी सीएम अरुण साव ने आज बीजापुर प्रवास के दौरान नक्सल प्रभावित क्षेत्र में शांति और विकास का संदेश देते हुए नक्सलियों को मुख्यधारा में लौटने का आव्हान किया। बीजापुर के मिनी स्टेडियम में आयोजित बस्तर ओलंपिक खेलों के दौरान उन्होंने नक्सलियों को चेतावनी देते हुए कहा कि जो भटके हुए लोग विकास की धारा में जुड़ना चाहते हैं, उनका स्वागत है, लेकिन जो नहीं जुड़ेंगे, उनके खिलाफ सरकार के पास अन्य विकल्प भी मौजूद हैं।
डिप्टी सीएम अरुण साव अपने एक दिवसीय दौरे पर बीजापुर पहुंचे थे, जहां उन्होंने जिले में चल रहे विभिन्न विकास कार्यों का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने समीक्षा बैठक भी आयोजित की और लापरवाही पर अधिकारियों को फटकार लगाई। साथ ही, उन्होंने बीजापुर में संचालित गारमेंट फैक्ट्री का निरीक्षण किया और इसे स्थानीय विकास का महत्वपूर्ण कदम बताया।
बस्तर ओलंपिक में युवाओं का हौसला बढ़ाया
डिप्टी सीएम ने बीजापुर के मिनी स्टेडियम में चल रहे बस्तर ओलंपिक का अवलोकन किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि यह आयोजन बस्तर के युवाओं के सपनों को साकार करने का एक अनूठा प्रयास है। उन्होंने कहा, बस्तर और बीजापुर के युवाओं में अद्वितीय क्षमता है। उन्हें अवसर मिलने पर वे अपनी प्रतिभा को न केवल देश बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी प्रदर्शित कर सकते हैं।"
नक्सलवाद पर सख्त संदेश, नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में विकास का जोर
अपने संबोधन में अरुण साव ने स्पष्ट किया कि छत्तीसगढ़ सरकार बस्तर में शांति और विकास स्थापित करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा, जो भी लोग भटके हुए हैं, वे मुख्यधारा में लौट आएं और बस्तर के विकास में सहभागी बनें। लेकिन जो ऐसा नहीं करेंगे, उनके लिए सरकार के पास सख्त रास्ते भी हैं। डिप्टी सीएम ने कहा कि बस्तर ओलंपिक जैसे आयोजनों के जरिए सरकार क्षेत्र के युवाओं को सकारात्मक दिशा देने का प्रयास कर रही है। उन्होंने इसे बस्तर के युवाओं की क्षमताओं को निखारने और क्षेत्र को नई पहचान देने का एक महत्वपूर्ण कदम बताया।
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सरकार की पहल और आगे की योजनाएं
डिप्टी सीएम ने कहा कि बस्तर क्षेत्र में शांति और विकास की स्थापना के लिए सरकार न केवल सामाजिक, बल्कि आर्थिक और सांस्कृतिक विकास पर भी जोर दे रही है। गारमेंट फैक्ट्री जैसी योजनाएं रोजगार के नए अवसर प्रदान कर रही हैं। साथ ही, उन्होंने कहा कि सरकार की नीतियां बस्तर और बीजापुर जैसे क्षेत्रों को विकास के नए आयाम देने के लिए समर्पित हैं। डिप्टी सीएम अरुण साव का यह दौरा सरकार के विकास और शांति के एजेंडे को और मजबूत करता है। नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में इस प्रकार की पहल न केवल युवाओं को सशक्त बनाएगी, बल्कि क्षेत्र में शांति और विकास का मार्ग भी प्रशस्त करेगी।