बालोद। महिलाओं को सब्जबाग दिखाकर बैंक से ऋण स्वीकृत करवा धोखाधड़ी करने का मामले रोज अलग अलग ग्रामों से सामने आ रहे हैं। जिले में अब तक सामने आए मामलों में आरोपी लगभग वहीं हैं। अब नया मामला गुरुवार को ग्राम खरथुली की महिलाओं का आया है। ग्राम खरथुली की महिलाओं ने समूह में काम देने के नाम पर लोन निकलवा कर धोखाधड़ी करने की शिकायत पुलिस अधीक्षक बालोद से की है।
महिलाओं ने शिकायत में कहा है कि वे सब ग्राम खरथुली की रहने वाली हैं। खोरबाहरा निषाद जो पहले ग्राम परेंगुड़ा में निवासरत था और वर्तमान में बालोद के कुंदरू पारा में रहता है। जिनके द्वारा गांव के हम 38 महिलाओं से संपर्क कर सन् 2020-21 में माइक्रोफाइनेंस कपंनी एवं अलग-अलग बैंकों से लोन निकलवा मशरूम उत्पादन का काम देकर दोबारा 9 बैंकों से अलग-अलग ग्रुप में कुल लगभग 50 लाख रुपए की राशि निकलवा कर लोन का किश्त स्वयं चुकाने की बात कही। महिलाओं ने बताया कि हमसे पैसा लेकर कुछ माह तक किश्त जमा करने के बाद बंद कर दिया है। किश्त जमा नहीं होने पर बैंक द्वारा हम महिलाओं पर लोन की किश्त जमा कराने लगातार दबाव बनाया जा रहा है। हम महिलाओं द्वारा लोन की किश्त जमा नहीं होने पर खोरबाहरा निषाद से संपर्क भी किया। खोबाहरा निषाद हम महिलाओं से लोन चुकाने की बात कही और कहा कि वह पैसा लाने चारामा जा रहा हूँ। जिसके बाद से खोरबाहरा निषाद हम महिलाओं से अभी तक नहीं मिले हैं। इसके बाद हम महिलाएं कई बार खोरबाहरा निषाद से संपर्क करने का प्रयास भी किए। जिसके बाद से हम महिलाओं को उनका फरार होने का अंदेशा है।
बैंक कर्मियों की भूमिका भी संदेह के दायरे में
महिलाओं का कहना है कि पूरे मामले में बैंक कर्मचारियों के इस धोखाधड़ी में शामिल होने की आशंका है। क्योंकि लेने दिलाने वाला खोरबाहरा निषाद एवं उनकी पत्नी गांव आकर महिलाओं को इकट्ठा कर बैंक कर्मचारी को तुरंत फोन कर बुलवा डाक्यूमेंट तैयार कर लोन पास करवाते थे। लोन पास होने के बाद पैसा खोर बाहरा निषाद या उनके द्वारा गणेश्वर कुंजाम एवं उनके बड़े भाई और चंद्रहास करियाम ग्राम नारागांव निवासी को हम लोगों के पास पैसे लेने भेजता था।