कुश अग्रवाल- बलौदाबाजार। छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार जिले में पुलिस ने सेक्स रैकेट का पर्दाफाश किया था। यह गिरोह बड़े- बड़े लोगों को हनीट्रैप कर उन्हें ब्लैकमेल करते थे। जिससे उन्होंने लोगों को लोक- लाज का भय दिखाकर लाखों रूपये की वसूली की है। इस मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 6 महीने से फरार महिला आरोपी पुष्पमाला फेकर को गिरफ्तार किया है।
आरोपियों द्वारा धनाढ्य वर्ग कें लोगो को सेक्स रैकेट, और दुष्कर्म के झूठे मामले में फंसाने के नाम पर ब्लैकमेल कर पैसे की मांग करते थे। अभी तक की जांच में गिरोह द्वारा ब्लैकमेलिंग कर 41 लाख रुपए की वसूली गई है। गिरोह का मुख्य आरोपी और मास्टरमाइंड अभी भी फरार है। इस मामले में पुलिस ने 4 आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार कर लिया है।
6 महीने पहले पुलिस ने किया था भंडाफोड़
उल्लेखनीय है कि, 6 महीने पहले बलौदाबाजार की बहुचर्चित सेक्स स्केण्डल की परतें धीरे-धीरे खुलने लगी हैं। इस सेक्स स्केण्डल के पीछे बहुत बड़ी टीम काम कर रही है। पहले तो ये लोग पैसे वाले पुरुषों को मार्क करते हैं फिर उनसे घनिष्ठता बढ़ाते हैं। इसके बाद नगर के लॉज और आउटर के भवनों में उनके पास लड़की भेजी जाती है। वहां पर पूरी रिकॉर्डिंग की जाती है। इसके बाद शिकार को डराने-धमकाने का सिलसिला शुरू होता है। उसे सामाजिक छवि और गृहस्थ जीवन बर्बाद करने की धमकी दी जाती है। इसके अलावा कोर्ट-कचहरी की बात कर डराया जाता है। सेक्स रैकेट का शिकार हो चुका युवक गिरोह को पैसे दे देता है।
लोक-लाज के भय से पुलिस तक नहीं पहुंच रहे मामले
बलौदाबाजार में पिछले 3 महीनों में इस तरह के 5 से ज्यादा मामलों का खुलासा हुआ है। इन मामलों में गिरोह ने एक करोड़ रुपए से ज्यादा वसूल किया है। विश्वस्त सूत्रों के अनुसार, इस रैकेट का मास्टरमाइंड बलौदाबाजार में सक्रिय एक बड़ा रसूखदार नेता है। यह नेता महिला दलाल को शिकार चिन्हित करके देता है। वहीं शिकार के फंस जाने पर समझौता कराने के नाम पर लाखों रुपए की वसूली करता है। इस बड़े नेता के साथ महिला दलाल, कुछ पुलिसकर्मी और कुछ फर्जी पत्रकार भी शामिल बताए जा रहे हैं। ये सभी मिलकर शिकार पर दबाव बनाते हैं और वसूली करते हैं।