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कुश अग्रवाल- बलौदाबाजार। छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार  जिले में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के दौरान एक अनोखा उदाहरण देखने को मिला। जहां ग्राम करही निवासी गुलशन दास मानिकपुरी ने अपनी शादी के दिन पहले मतदान कर लोकतंत्र के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभाई। मतदान के दिन 17 फरवरी को उनकी शादी थी, लेकिन उन्होंने सामाजिक दायित्व से पहले अपने लोकतांत्रिक कर्तव्य को प्राथमिकता दी। उन्होंने शासकीय प्राथमिक शाला करही स्थित मतदान केंद्र क्रमांक 253 में मतदान किया और फिर बारात लेकर निकले। 

गुलशन ने न केवल अपने मताधिकार का प्रयोग किया, बल्कि समाज को भी एक महत्वपूर्ण संदेश दिया कि कोई भी कारण मतदान से बड़ा नहीं हो सकता। उनकी इस पहल से अन्य लोगों को भी प्रेरणा मिलेगी कि वे अपने अधिकार का उपयोग कर देश के लोकतांत्रिक ढांचे को मजबूत करें। इसी तरह, जनपद पंचायत भाटापारा के ग्राम देवरी में भी दो सगे भाई हेम राम निषाद और हेमू राम निषाद ने शादी के व्यस्त कार्यक्रम के बावजूद मतदान किया। इन युवाओं ने यह साबित कर दिया कि जिम्मेदार नागरिक वही होता है जो अपने मताधिकार का प्रयोग कर लोकतंत्र की मजबूती में योगदान दे।

लोगों को दिया संदेश 

इस प्रकार के उदाहरण समाज में मतदान के प्रति जागरूकता बढ़ाने में सहायक होते हैं। अक्सर देखा जाता है कि, लोग बहाने बनाकर मतदान करने से बचते हैं, लेकिन गुलशन, हेम राम और हेमू राम जैसे नागरिक यह संदेश देते हैं कि कोई भी काम इतना बड़ा नहीं होता कि, वह लोकतांत्रिक कर्तव्य से ऊपर हो। इनका यह कदम दूसरों को भी प्रेरित करेगा कि, वे मतदान को सर्वोच्च प्राथमिकता दें और अपने अधिकार का सही उपयोग करें।