कुश अग्रवाल- बलौदाबाजार। छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार जिले के लिए वर्ष 2024 में यहां का घटनाक्रम अत्यधिक महत्वपूर्ण और विवादास्पद रहा। मार्च में नए पुलिस अधीक्षक सदानंद के आगमन के साथ ही जिले में हनी ट्रैप और सेक्स स्कैंडल के मामले ने ने पूरे क्षेत्र को हिलाकर रख दिया। वहीं साल भर हिंसा- आगजनी और हत्या के कारण प्रदेशभर में चर्चा में रहा है। आइये जानते हैं, इस साल की बड़ी घटनाओं के बारे में...
हिंसा और आगजनी की छाया
10 जून की हिंसक घटना, जिसमें सतनामी समाज के विवाद के कारण प्रशासनिक कार्यालयों और वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया, जिले के इतिहास का काला अध्याय बन गया। इस घटना में करोड़ों की संपत्ति का नुकसान हुआ और 187 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया। इस घटना में कई प्रशासनिक अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया, और सैकड़ों गिरफ्तारियां हुई। इस मामले की जांच अभी भी जारी है, और कई और गिरफ्तारियां संभावित हैं।
छरछेद हत्याकांड बना चर्चा का विषय
सितंबर में जिले के कसडोल थाना क्षेत्र के ग्राम छरछेद में हुए चर्चित हत्याकांड ने लोगों को झकझोर दिया। जहां एक ही परिवार के चार लोगों की जादू टोने के शक में नृशंस हत्या कर दी गई। यह घटना पूरे राज्य में चर्चा का विषय बनी रही। एक ही परिवार के चार लोगों की निर्मम हत्या कर दी गई। इस मामले में पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए चार आरोपियों को गिरफ्तार किया था।
दीपावली के दिन दामाखेड़ा विवाद
दीपावली के दिन कबीर पंथ के धार्मिक क्षेत्र दामाखेड़ा में पटाखा फोड़ने के विवाद ने बड़ा रूप ले लिया। कबीर आश्रम के बाहर हुए इस बवाल ने प्रशासन को अलर्ट कर दिया। स्थिति इतनी गंभीर हो गई कि प्रदेश के गृह मंत्री विजय शर्मा को रात में ही दामाखेड़ा पहुंचना पड़ा। अंततः उपद्रवियों की गिरफ्तारी और आश्रम के पास पुलिस सहायता केंद्र स्थापित करने के बाद मामला शांत हुआ।
शैक्षिक और प्रशासनिक उपलब्धियां
इस साल बलौदा बाजार ने कई शैक्षिक उपलब्धियां हासिल की:
2024 का वर्ष बलौदाबाजार जिले के लिए संघर्ष, उपलब्धि और विवादों का मिश्रण रहा। जिले ने इस दौरान जहां शैक्षिक और प्रशासनिक सफलता के नए कीर्तिमान स्थापित किए है।
- 12वीं बोर्ड परीक्षा में जिले के छह छात्रों ने प्रवीण सूची में स्थान पाकर जिले का गौरव बढ़ाया।
- छत्तीसगढ़ पीएससी परीक्षा में ग्राम रसौट के किसान पुत्र रवि शंकर वर्मा ने शीर्ष स्थान प्राप्त कर अपर कलेक्टर के लिए चयनित होकर जिले का नाम रोशन किया।
- सब इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा में जिले के एक दर्जन से अधिक युवाओं ने सफलता पाई।
राजनीतिक स्थिरता
इस साल जिले में राजनीतिक घटनाक्रम अपेक्षाकृत शांत रहा। राजस्व मंत्री टंक राम वर्मा ने अपनी जिम्मेदारियां बखूबी निभाईं और जिले में विकास की गति को बनाए रखा। बीते वर्ष की घटनाएं प्रशासन की चुनौतियों और लापरवाहियों को उजागर करती हैं। बावजूद इसके, बलौदा बाजार के अधिकारी और जनप्रतिनिधि नए वर्ष में जिले को तरक्की और शांति की ओर ले जाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।