रायपुर। बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार के विरोध में मंगलवार को राजधानी रायपुर के साथ प्रदेश- भर में सर्व समाज ने आक्रोश रैली निकाली। इसमें भारी संख्या में संतों के साथ सर्व समाज के पदाधिकारी और आम जन एकत्रित हुए। सभी शहरों में आक्रोश रैली निकालकर कलेक्टरों को राष्ट्रपति और राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा गया है। संतों ने एक स्वर में कहा, किसी भी कीमत में हिंदुओं पर इस तरह का अत्याचार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने अत्याचारों को रोकने की मांग की।
राजधानी रायपुर में सनातन हिंदू पंचायत के बैनर तले सर्व समाज के लोग तेलीबांधा तालाब के पास एकत्रित हुए। सैकड़ों की संख्या में पहुंचे सर्व समाज के लोगों ने आक्रोश रैली निकाली और कलेक्ट्रेट पहुंचे। इसके पहले एक सभा हुई। इस सभा में स्वरूपानंद महाराज, वेद प्रकाश महाराज, सर्वेश्वर दास महाराज के साथ ही आरएसएस के डा. पूर्णंदु सक्सेना ने बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार को लेकर विरोध जताया और कहा कि अत्याचार पर रोक लगनी चाहिए। रैली मेंशहर के विधायक राजेश मूणत, मोतीलाल लाहू, सुनील सोनी, भाजपा के प्रदेश महामंत्री संजय श्रीवास्तव, पूर्व विधायक श्रीचंद सुंदरानी सहित कई नेता शामिल हुए। सभा का संचालन घनश्याम चौधरी ने किया। रैली में उपस्थित संत समाज और वक्ताओं ने बांग्लादेश में हिंदुओं के सम्मान और सुरक्षा के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आवाज उठाने का आह्वान किया। साथ ही, उन्होंने हिंदू समाज को संगठित रहकर इस लड़ाई को धर्मनिरपेक्षता और मानवता की रक्षा के लिए आगे बढ़ाने का संकल्प दिलाया।
बंगाली समाज के लोग भी जुटे
जगदलपुर में देवी दंतेश्वरी मंदिर के सामने सनातन रक्षा मंच द्वारा आयोजित आक्रोश रैली में बांग्लादेश के खिलाफ लोगों का गुस्सा फूटा। धरना प्रदर्शन के बाद आक्रोश रैली निकालकर राष्ट्रपति और राज्यपाल के नाम ज्ञापन कलेक्टर को सौंपा गया। विशेष बात यह रही कि 70 के दशक में बांग्लादेश से हिंदुस्तान आए बंग बंधुओं ने भी उनकी जन्मस्थली बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार तथा मंदिरों में तोड़फोड़ की कड़ी निंदा की। बंगीय समाज कुम्हारपारा, मैत्री संघ और ओरना कैम्प से भी बड़ी संख्या में बंगाली समाज के लोग धरना प्रदर्शन में पहुंचे थे, इनमें काफी संख्या ऐसे लोगों की थी जो शरणार्थी के रूप में भारत आए थे और उन्हें बस्तर के विभिन्न क्षेत्र में बसाया गया है। रैली प्रदर्शन में हिंदू, सिख, जैन धर्म के अलावा अनेक समाज के लोग मौजूद रहे। वहीं भाजपा, आरएसएस तथा एबीवीपी के लोग भी मौजूद रहे। कुल मिलाकर आक्रोश रैली में लोगों ने भारत सरकार से मांग की है कि बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार को रोकने कड़ी से कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए।
केंद्र सरकार से हस्तक्षेप की मांग
राजनांदगांव की जनाक्रोश रैली में बड़ी संख्या में हिंदू संगठन एवं विभिन्न समाज के लोगों की उपस्थिति रही। हिंदू संस्कृति सुरक्षा मंच के बैनर तले मंगलवार को हुए इस प्रदर्शन के दौरान प्रारंभ में ओम के उच्चारण के साथ सामूहिक रूप से हनुमान चालीसा का पाठ किया गया। इसके पश्चात धरना शुरू हुआ। इस मौके पर मंच में उपस्थित हिंदू संगठन के पदाधिकारी एवं समाज के प्रतिनिधियों ने बांग्लादेश में हिन्दुओं पर हो रहे अत्याचार का जमकर विरोध किया एवं बांग्लादेश की वर्तमान सरकार की कड़ी निंदा की। अपने संबोधन में वक्ताओं ने बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिन्दुओं पर हो रहे अत्याचार पर केन्द्र सरकार को उचित हस्तक्षेप करने की मांग जोर-शोर से उठाई। महावीर चौक फ्लाईओवर के नीचे दोपहर 2 बजे से प्रारंभ हुए इस प्रदर्शन के दौरान बड़ी संख्या में महिलाएं भी उपस्थित रहीं। जिनके हाथों में हिन्दुओं पर हो रहे बर्बरता से संबंधित स्लोगन वाली तख्ती थी। इस मौके पर प्रमुख रूप से हिन्दू संस्कृति सुरक्षा मंच के संयोजक एमडी ठाकुर विहिप के नंदूराम साहू, नीलकंठ गढे, पवन डागा, मनोज चौधरी, अशोक चौधरी सहित बड़ी संख्या में हिन्दू संगठन व समाज के लोगों की उपस्थिति रही।
बांग्लादेश के हिंदुओं को भारत लाया जाए
धमतरी में हिंदू सुरक्षा मंच ने गांधी मैदान में धर्मसभा और शहर में रैली निकाली। इसके बाद उचित कार्रवाई करने राष्ट्रपति के नाम जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपा। वक्ता दीपक लखोटिया, पं. अशोक शास्त्री, डॉ. रोशन उपाध्याय, केपी सिंह, गोपाल यादव, सुमिता पंजवानी ने कहा, बांग्लादेश में हिंदुओं और अल्पसंख्यकों पर हो रहा अत्याचार निंदनीय है। इसे जल्द रोका जाए। भारत सरकार और अंतर्राष्ट्रीय मंच बांग्लादेश पर दबाव बनाकर अत्याचार को रोके। बांग्लादेश के हिन्दुओं को भारत लाया जाए। बांग्लादेश के रोहिंग्यो को वापस भेजा जाए। बांग्लादेश में शांति स्थापित करने वहां की सरकार पर दबाव बनाया जाए। नहीं मानने पर अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अलग-थलग रखा जाए। विश्व स्तर पर बांग्लादेश का बहिष्कार हो। किसी भी हालत में हिन्दू और अल्पसंख्यकों की रक्षा की जाए। विश्व के सभी हिन्दू और सनातनी हमारे भाई हैं। उनकी सुरक्षा आवश्यक है। सभा के बाद सौंपे ज्ञापन में कहा, बांग्लादेश में हिन्दुओं के साथ हो रहे अत्याचार को रोकने भारत सरकार प्रमुखता से पहल करे।