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जगदलपुर। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व वाली सरकार के प्रयासों का परिणाम है कि बस्तर संभाग के 26 संवेदनशील नक्सल प्रभावित गांवों में पहली बार गणतंत्र दिवस के अवसर पर तिरंगा शान से फहराया गया। आजादी के बाद पहली बार इन गांवों में राष्ट्रीय पर्व मनाया गया, जो राज्य सरकार की दृढ़ इच्छाशक्ति और उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा के सतत प्रयासों का नतीजा है।

पिछले एक वर्ष में बस्तर संभाग के अंदरूनी और सुदूर क्षेत्रों में 26 नवीन सुरक्षा कैंप स्थापित किए गए। ये कैंप न केवल सुरक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ कर रहे हैं, बल्कि विकास के केंद्र के  रूप में भी कार्य कर रहे हैं ।

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इन क्षेत्रों में फहराया गया 

बीजापुर के गुंडम, फुटकेल, छुटवाही, कोंडापल्ली, जिडपल्ली, वाटेवागु, करेंगट्टा, पीड़िया, जिला नारायणपुर के कस्तुरमेटा, मसपुर, ईरकभट्टी, मोहंदी, होरादी, गारपा, कच्चापाल, कोड़लियार; जिला सुकमा के टेकलगुड़ेम, पुवर्ती, लखापाल, पूलनपाड़, तुमालपाड़, रायगुडेम, गोलाकुंडा, गोमगुड़ा, मेंट्टागुड़ा; और जिला कांकेर के पानीडोबीर गांवों में सुरक्षा कैंप स्थापित किए गए। सुरक्षा बलों ने इन क्षेत्रों में न केवल तिरंगा फहराया, बल्कि ग्रामीणों को गणतंत्र दिवस का महत्व समझाते हुए मिठाइयों और बच्चों को चॉकलेट वितरित की।