आकाश पवार- पेंड्रा। छत्तीसगढ़ के पेंड्रा, मरवाही जिले से एक बार फिर भालुओं के हमले से जुड़ा गंभीर मामला सामने आया है। हरेली का त्योहार मनाने के लिये जंगल में तेंदू की लकड़ी तोड़ने गये तीन ग्रामीणों पर भालुओं ने हमला कर दिया। इस हमले में एक ग्रामीण की मौत हो गयी, वहीं दो गंभीर रूप से घायल हो गए।

दरअसल मरवाही रेंज के बदरौड़ी गाँव के रहने वाले छाबलाल गोंड़, संतलाल और ग्राम सिवनी के रहने वाले घासीराम गोंड़ रविवार की सुबह हरयाली अमावस्या त्योहार मनाने के लिये तेंदू की लकड़ी लेने के लिये जंगल गये हुए थे। जहां सिवनी और बदरौड़ी के बीच कोकड़टोला के जंगल में इनका सामना भालुओं से हो गया। इन तीनों ने भानुओं से जान बचाने के लिए   मुकाबला करने का प्रयास किया, पर भालू बहुत ज्यादा आक्रामक थे। जिसकी वजह से इस हमले में एक ग्रामीण छाबलाल की मौके पर ही मौत हो गई जबकि दो अन्य ग्रामीण संतलाल और घासीराम गंभीर रूप से घायल हो गये। 

हमले में घायल व्यक्ति

दो घायलों में एक की हालत गंभीर, बिलासपुर भेजा गया

भालुओं के हमले की सूचना मिलने के बाद कुछ लोगों ने दोनों घायलों को 108 एंबुलेंस की मदद से मरवाही के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया। जहा से एक ग्रामीण की हालत  बहुत गंभीर होने की वजह से उसे बिलासपुर रिफर किया गया है। वहीं मरवाही डीएफओ रौनक गोने ने फोन पर इस घटना की पुष्टि की है। 

लगातार हमलावर हो रहे भालू, अफसर बेपरवाह

इस घटना के पहले भी 30 जुलाई को मरवाही रेंज के ही रटगा गांव में पति-पत्नि पर भालू द्वारा हमला करने की घटना सामने आई थी। जंगल में लगातार हो रहे उत्खनन और कटाई के चलते भालू लगातार हिंसक हो रहे हैं। जबकि वहीं मरवाही वनमंडल के अधिकारियों का इसे रोकने में लापरवाह और गैर जिम्मेदाराना रवैया सामने आ रहा है। लोगों सहित मीडिया ने भी इस मामले में मरवाही रेंजर और एसडीओ से संपर्क करने का प्रयास किया था, पर उन्होने फोन तक उठाना मुनासिब नहीं समझा।  

मरवाही रेंजर पर कार्यवाही की मांग

इन हमलों के बाद मरवाही रेंजर के गैर जिम्मेदाराना रवैये के खिलाफ कार्यवाही करने की मांग की जा रही है। वहीं आज हरेली त्योहार के दिन घटी इस घटना से गांव में मातम पसरा हुआ है।