बेमेतरा। छत्तीसगढ़ के जिले बेमेतरा में शासकीय पॉलीटेक्निक बेरला में 11 नवम्बर को जनजातीय गौरव महोत्सव के अंतर्गत एक दिवसीय जनजातीय गौरव स्मृति सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम संस्था के प्राचार्य डॉ. रमन मेहर के निर्देशन एवं विद्युत विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. टी. वी. दीक्षित की अध्यक्षता में सम्पन्न हुआ। 

इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में अक्तू नेताम, कोषाध्यक्ष, जनजातीय समाज बेरला, विशिष्ट अतिथि सीता साहू (स्थानीय सामाजिक कार्यकर्ता), सहायक प्राध्यापक आशीष एक्का, शासकीय नवीन कॉलेज बेरला, और मुख्य वक्ता युवराज पावले उपस्थित रहे। कार्यक्रम का शुभारंभ जनजातीय महानायकों के छायाचित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलन से हुआ। इसके पश्चात राजकीय गीत का सम्मान करते हुए सभी अतिथि व उपस्थितजन खड़े हुए। 

डॉ. टी.वी. दीक्षित ने जनजातियों के बारे में जानकारी की साझा 

अतिथियों का स्वागत पुष्पगुच्छ से किया गया और कार्यक्रम के संयोजक दीक्षित आर्य ने प्रस्तावना दी। डॉ. टी.वी. दीक्षित ने कार्यक्रम का उद्देश्य बताते हुए जनजातीय परंपराओं, इतिहास, संस्कृति एवं कला के संरक्षण के प्रति जागरूकता पर जोर दिया। मुख्य वक्ता युवराज पावले ने जनजातीय समुदाय के ऐतिहासिक योगदान और जनजातीय महानायकों जैसे भगवान बिरसा मुण्डा, रानी दुर्गावती, नीलाम्बर-पीताम्बर, तिलका मांझी, भीमा नायक, कोमराम भीम, वीर नारायण सिंह एवं गुंडाधुर के बारे में जानकारी साझा की।

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कार्यक्रम में विद्यार्थियों ने दी प्रस्तुति

कार्यक्रम के अन्य आकर्षणों में छात्र गौरव गुप्ता द्वारा लोकगीत की प्रस्तुति और छात्राओं द्वारा बस्तर गीत पर मनमोहक जनजातीय नृत्य शामिल थे। कार्यक्रम के अंत में अतिथियों को स्मृति चिन्ह भेंट किए गए एवं छात्र-छात्राओं की चित्रकला और रंगोली कृतियों का अवलोकन किया गया। कार्यक्रम को सफल बनाने में एनएसएस प्रभारी कुंदन कुमार साहू, राम साहू, डॉ. दीक्षा तिवारी, वर्षा वर्मा, दिवयंश चन्द्रवंशी, डी. ताम्रकार, शिल्पी साहू, दिव्या वर्मा, बहोरिक साहू, सोमेश देशमुख, अभिषेक कुमार जायसवाल और रवि कुमार साहू का महत्वपूर्ण योगदान रहा।