तुलसीराम जायसवाल - भाटापारा। छत्तीसगढ़ में सट्टा के गढ़ कहे जाने वाले भाटापारा में पुलिस ने अवैध सट्टा कारोबार के खिलाफ एक बार फिर कार्रवाई की है। हालांकि, स्थानीय लोग इन कार्रवाइयों को सिर्फ खानापूर्ति मान रहे हैं, क्योंकि अब तक सट्टे के असली गैंगस्टर्स पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।
छोटे खिलाड़ियों पर कार्रवाई, दो आरोपी गिरफ्तार
चार अप्रैल को पुलिस ने महासती वार्ड निवासी लक्की पंजवानी उम्र 24 और सदर वार्ड निवासी प्रियंक गुप्ता उम्र 25 को सट्टा खेलते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया। दोनों आरोपियों के पास दो मोबाइल फोन बरामद किए गए। जिनमें IPL सट्टे की ऑनलाइन ID और उससे संबंधित ऐप्स पाए गए। आरोपियों के खिलाफ छत्तीसगढ़ जुआ (प्रतिषेध) अधिनियम की धारा 07 और आईटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया।
ऑपरेशन विश्वास के तहत मिली सफलता, खाईवाली में संलिप्त विक्की देवांगन गिरफ्तार
छह अप्रैल को 'ऑपरेशन विश्वास' के अंतर्गत पुलिस ने बस स्टैंड में घेराबंदी कर एक युवक को दिल्ली और चेन्नई के बीच चल रहे आईपीएल मैच में सट्टा खिलाते हुए पकड़ा। आरोपी व्हाट्सएप के जरिए लॉगिन आईडी साझा कर लोगों से ऑनलाइन दांव लगवा रहा था। उससे मिले सुराग के आधार पर पुलिस ने गुरूनानक वार्ड निवासी विक्की देवांगन उम्र 25 को हिरासत में लिया। पूछताछ में विक्की ने ऑनलाइन खाईवाली में संलिप्त होने की बात कबूल की। पुलिस ने विक्की के खिलाफ छत्तीसगढ़ जुआ (प्रतिषेध) अधिनियम 2022 की धारा 07 के तहत मामला दर्ज कर जांच आगे बढ़ा दी है।
स्थानीयों में रोष, बड़े सट्टा सरगनाओं पर कार्रवाई की मांग
भाटापारा में लंबे समय से सट्टे का धंधा फल-फूल रहा है। स्थानीय लोगों का कहना है कि पुलिस की कार्रवाई हर बार छोटे सटोरियों तक ही सीमित रह जाती है। जबकि असली मास्टरमाइंड आज भी खुलेआम अपना नेटवर्क चला रहे हैं। अब शहरवासियों की नजर इस बात पर टिकी हैं कि क्या 'ऑपरेशन विश्वास' वाकई सट्टा कारोबार की जड़ों तक पहुंचेगा या फिर यह भी एक और दिखावटी अभियान बनकर रह जाएगा।
पुलिस अधीक्षक हेमसागर सिदार ने कहा कि, पुलिस पर सवाल उठते रहे हैं, लेकिन इस बार उम्मीद की जा रही है कि कार्रवाई सिर्फ शुरुआत है और आने वाले समय में बड़े खाईवालों पर शिकंजा कसेगा।