रायपुर। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार के दौरान बहुप्रचारित स्वामी आत्मानंद स्कूलों को लेकर प्रदेश सरकार ने बड़ी घोषणा कर दी है। स्कूल शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने विधानसभा में बताया कि, अगले शिक्षा सत्र में कलेक्टर की सभी समितियां भंग होंगी। सभी स्कूलों को शिक्षा विभाग के अंतर्गत लाया जाएगा। जो भी शिकायत मिलेगी उसकी जांच कराएंगे, बच्चों का भविष्य सुरक्षित रहे, यह सुनिश्चित करेंगे। साथ ही जिन महापुरुषों के नाम इन स्कूलों से हटाए गए हैं उन्हें फिर से जोड़ा जाए। महापुरुषों के नाम की तख्ती भी लगाई जाएगी।
उल्लेखनीय है कि गुरुवार को विधानसभा में ध्यानाकर्षण के दौरान स्वामी आत्मानंद स्कूलों में अनियमितता का मुद्दा गरमाया रहा। वरिष्ठ भाजपा विधायक अजय चंद्राकर ने पूछा- क्या मेंटेनेंस के लिए स्मार्ट सिटी में प्रावधान है। पूरे प्रदेश में मेंटेनेंस के नाम पर घोटाला किया गया है। क्या इसकी जांच कराई जाएगी? इस पर कैबिनेट मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने जवाब देते हुए बताया कि, पूरे प्रदेश में 800 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं। पुरानी बिल्डिंगों को ही मरम्मत कराकर स्वामी आत्मानंद स्कूल खोले गए हैं।
भ्रष्टाचार की शिकायत मिली तो होगी जांच - अग्रवाल
श्री अग्रवाल ने कहा कि, कहीं भी भ्रष्टाचार के मामले सामने आएंगे तो जांच होगी। इसके बाद अजय चंद्राकर ने पूर्ववर्ती सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि, यह स्कूल भूपेश बघेल के आनंद के लिए खोला गया था। आत्मानंद जी के नाम पर हम दूसरी योजना शुरू कर देंगे। इस योजना का नाम भूपेशानंद स्कूल किया जाए।
कौशिक-मूणत ने भी उठाए सवाल
इसके बाद धरमलाल कौशिक ने कहा- नए स्वामी आत्मानंद स्कूल न खोले जाएं। जो स्कूल संचालित हैं, उन्हें भी सेटअप में लाया जाए। राजेश मूणत ने कहा- क्या इसके लिए नया सेटअप बनाएंगे। इस पर मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने घोषणा कर दी कि, अगले शिक्षा सत्र में कलेक्टर की सभी समितियां भंग होंगी। सभी स्कूलों को शिक्षा विभाग के अंतर्गत लाया जाएगा। जो भी शिकायत मिलेगी उसकी जांच कराएंगे, बच्चों का भविष्य सुरक्षित रहे, यह सुनिश्चित करेंगे।