नेशनल पार्क में मुठभेड़ : मारे गए नक्सली LOS के थे सदस्य, बड़ी मात्रा में हथियार बरामद

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एंटी नक्सल ऑपरेशन पर जवान
बीजापुर जिले में नक्सलियों के शांति वार्ता के पहल के बीच माड़ इलाके के नेशनल पार्क में मुठभेड़ जारी है।

गणेश मिश्रा- बीजापुर। छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में नक्सलियों के शांति वार्ता की पहल के बीच अबूझमाड़ इलाके के नेशनल पार्क में मुठभेड़ हुई। इस मुठभेड़ में तीन नक्सली मारे जा चुके हैं।

मुठभेड़ में मारे गए जवानों के शव भी बरामद कर लिए गए हैं। बता दें कि, DRG और STF के जवान एरिया डोमिनेशन पर निकले हुए थे, इस दौरान उनका सामना नक्सलियों से हुआ।

मारा गया 5 लाख का इनामी अनिल पूनेम

मुठभेड़ में अब तक 3 वर्दीधारी नक्सलियों के शव बरामद हुए हैं। तीनों की शिनाख्ति हो गई है। अम्बेली ब्लास्ट का मास्टर माइंड और 5 लाख का इनामी नक्सली कमांडर अनिल पुनेम ढेर हो गया। अम्बेलि ब्लास्ट में 8 जवानों की शहादत हुई थी। वहीं मारे गए दो नक्सली LOS सदस्य पालो पोडियम और LOS सदस्य दीवान मड़कम हैं। मुठभेड़ स्थल से तीन 12 बोर राइफल, सिंगल शॉर्ट राइफल, हथियार, विस्फोटक और नक्सल सामग्री बरामद हुई है। सर्च अभियान लगातार जारी है।

The weapons recovered
बरामद किए गए हथियार

पिछले दिनों नक्सलियों ने भेजा था शांति वार्ता का प्रस्ताव

उल्लेखनीय है कि, पिछले दिनों नक्सलियों ने पर्चा जारी कर शांति वार्ता का प्रस्ताव रखा था। पर्चे में उन्होंने वार्ता के लिए कई शर्तें रखी थीं। उन्होंने कहा था कि, हम शांति वार्ता के लिए तैयार हैं लेकिन इसके लिए हमें अनुकूल माहौल चाहिए। सरकार ने हमारे प्रस्ताव को नकार दिया है ऐसे में वार्ता करना संभव नहीं है। नक्सलियों ने कहा था कि, बस्तर में हो रहे हत्याकांड रूकने चाहिए। वार्ता की प्रक्रिया को अंजाम तक पहुंचाने के लिए अनुकूल माहौल बनाना जरूरी है, यह सरकार की जिम्मेदारी है।

वार्ता के लिए सरकार भी तैयार

वहीं गुरुवार, 10 अप्रैल को गृहमंत्री विजय शर्मा ने नक्सलियों के पर्चे का जवाब देते हुए उनका आह्वान किया था। उन्होंने कहा कि, उनकी तरफ से कोई एक व्यक्ति भी वार्ता के लिए तैयार है तो हम चर्चा करेंगे।

गृहमंत्री शर्मा ने कहा था- हथियार डालो-बात करो

गृहमंत्री शर्मा ने आगे कहा कि, यदि वे बंदूक छोड़कर चर्चा के लिए आएं तो हम खुले हृदय से उनका स्वागत करेंगे। इतना ही नहीं नवजीवन की शुरुआत से लेकर उनके सेटल होते तक हम उनके साथ खड़े रहेंगे। नक्सलियों ने प्रेस नोट में उल्लेख किया है कि, हम स्कूल, अस्पताल, आंगनबाड़ी का विरोध नहीं करते। उन्होंने आगे कहा कि, सरकार और माओवादियों के बीच बनी समिति के सदस्यों को इसे आगे लाना होगा।

सरेंडर करने वालों पर नहीं होगी कार्रवाई

गृहमंत्री शाह ने आगे कहा कि, बस्तर के गांव तक विकास पहुंचे इसके लिए सरकार प्रतिबद्ध है। सरकार चर्चा के लिए तैयार है। अमित शाह ने करबद्ध निवेदन कर मुख्यधारा में आने की बात कही है। गांव के विकास के मार्ग को प्रशस्त करें। हमारी नई रिहैबिलेशन पॉलिसी में यह प्रावधान है कि, यदि कोई सरेंडर करता है तो उनपर चल रहे प्रकरणों पर कार्रवाई नहीं की जाएगी। इसके साथ ही उनपर लगे सभी प्रकरणों को वापस लिया जाएगा।

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